Shivratri August 2024: सावन शिवरात्रि! कब है सावन महीने की मासिक शिवरात्रि, जानें डेट, शिव पूजन विधि और मुहूर्त

Shivratri August 2024: सावन शिवरात्रि! कब है सावन महीने की मासिक शिवरात्रि, जानें डेट, शिव पूजन विधि और मुहूर्त
Last Updated: 27 जुलाई 2024

सावन के महीने में मासिक शिवरात्रि का पर्व विशेष महत्त्व रखता है। इस दिन की भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। तो आपको बता दें कि यह शुभ दिन कब आएगा और इस दिन किस मुहूर्त में शिव आराधना करना शुभ रहेगा -

Sawan Shivratri 2024: सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि की पूजा की परंपरा पुरानी और महत्वूर्ण है। यह दिन विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना और उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करने का अवसर होता है। इसे श्रवण शिवरात्रि या मासिक शिवरात्रि भी कहा जाता है। यह हर वर्ष सावन महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। जो भगवन शिव को समर्पित होती है।

ऐसे में आइए जानते हैं कि साल 2024 में सावन मासिक शिवरात्रि कब है, इसका शुभ मुहूर्त और इस दिन पूजा की विधि क्या होगी।

2024 सावन महीने की शिवरात्रि

हिंदू पंचाग के मुताबिक, सावन माह की शिवरात्रि 2024 में सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 02 अगस्त को मनाई जाएगी।

शुरुआत : 2 अगस्त 2024 को दोपहर 03:26 बजे।

समाप्ति: 3 अगस्त 2024 को दोपहर 03:50 बजे।

पूजा का शुभ समय: शिवरात्रि के दिन विशेष पूजा निशा काल (रात्रि काल) में की जाती है। इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक और पूजा का आयोजन रात्रि 12 बजे के आसपास करना उत्तम माना जाता है।

 शिव पूजा का शुभ मुहूर्त

रात्रि के प्रथम प्रहर में पूजा - 07:11PM - 09:49 PM

रात्रि के द्वितीय प्रहर में पूजा - 09:49 PM - 12:27 AM, 3 अगस्त

रात्रि तृतीय प्रहर की पूजा - 12:27 AM - 03:06 AM, 3 अगस्त

रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - 03:06 AM - 05:44 AM, 3 अगस्त

निशिता काल मुहूर्त - 3 अगस्त 2024, सुबह 12:06 बजे - सुबह 12:49 बजे

पारण समय - 05.44 AM - 03.49 PM (3 अगस्त)

शिवरात्रि की पूजा विधि

स्नान: सुबह जल्दी उठाकर स्नान करें। इसके बाद अनुष्ठान शुरू करने से पहले पूजा कक्ष की अच्छे से सफाई कर लें।

जलाभिषेक: शिवलिंग पर पंचामृ, गंगाजल, दूध, शहद, और बेलपत्र अर्पित करें। यह अभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करता है और आपकी मनोकामनाएं पूरी करता है।

मंत्र जाप: " नमः शिवाय" का जाप करें। यह मंत्र भगवान शिव की पूजा में विशेष महत्व रखता है।

आरती और भजन: रात्रि को शिव की आरती और भजन गाएं। इससे पूजा का प्रभाव बढ़ता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

सावन की शिवरात्रि पर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा से विशेष पुण्य प्राप्त होता है और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन की पूजा को श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

सावन माह की शिवरात्रि के उपाय

बता दें कि सावन माह की शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर शिव शंकर की पूजा करते हैं। पूजा के दौरान मंत्र जाप, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करें, ताकि महादेव की कृपा भक्तों पर बनी रहे। उन पर आये हर संकट दूर हों और पाप से मुक्ति मिले। इसके साथ ही जीवन में सुख और समृद्धि के अलावा सफलता मिलती है।

 

 

 

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