हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का कार्यकाल नवंबर महीने में समाप्त होने वाला है। विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी मिल जाएगा। वंचित व गरीब कल्याण की करीब आधा दर्जन नई योजनाओं की शुरुआत की जाएगी।
चंडीगढ़: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले तमाम गीला सिकवा को दूर करके प्रति अलग दिशा में बढ़ने लगी है। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से नये प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा भी की जाएगी। सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि पार्टी इस बार किसी ब्राह्मण या वंचित वर्ग के नेता पर दांव खेलने की तैयारी कर रही है। भाजपा सरकार चुनाव से पहले वंचित और गरीब परिवार के लिए आधा दर्जन नई योजनाओं की शुरुआत कर सकती है और पुरानी योजनाओं को पहले से अधिक सरल तथा लाभकारी बनाएगी।
योजना बनाकर टास्क किए जाएंगे पुरे
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ. सतीश कुमार पुनिया द्वारा दो दिन पहले पंचकूला में नेताओं की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमे भाजपा उम्मीदवारों ने जिन-जिन खामियों को लेकर चर्चा कि, उन्हें दूर करने के लिए पार्टी और सरकार दोनों मिलकर योजनाबद्ध तरीके से टास्क तैयार करेंगे। सरकारी कर्मचारियों की नाराजगी दूर करने के साथ-साथ राज्य के सरपंचों को भी खुश करने के लिए सरकार द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
अधिकारी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा नई योजना के तहत उन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला किया जा सकता है, जिन्होंने कांग्रेस का साथ देकर भाजपा को काफी नुकसान पहुंचाया है। बैठक के दौरान भाजपा उम्मीदवारों को बूथवार ऐसी रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया गया , जिसमें सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की जानकारी मिल सकें।
अध्यक्ष के लिए कृष्ण लाल पंवार का नाम सबसे आगे
सूत्रों ने मीडिया को बताया कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए वंचित वर्ग के नेताओं में राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार का नाम सबसे ऊपर है, लेकिन उनकी पृष्ठभूमि इनेलो की है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रह चुके एवं मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सुदेश कुमार कटारिया के नाम पर पार्टी काफी विचार कर सकती है। सुदेश कुमार कटारिया पूर्व सीएम और सीएम के भरोसेमंद सहयोगियों में से भी एक हैं। इनके साथ ही सीएम के पूर्व राजनीतिक सचिव एवं पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार बेदी का नाम भी काफी चर्चा में चल रहा हैं।
बताया कि वंचित वर्ग के चेहरों में भाजपा पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ. बनवारी लाल सैनी पर भी पार्टी अपना दांव खेल सकती है। भाजपा यदि किसी जाट चेहरे पर दाव खेलने की सोच रही है तो पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु कुमार का नाम सबसे पहके आएगा। इनके अलावा राज्यसभा सदस्य सुभाष कुमार बराला को पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का भरोसेमंद मानते है, लेकिन पहले से उनके पास बहुत ज्यादा जिम्मेदारी हैं। ऐसे में बराला भरोसेमंद पार्टी प्रवक्ता प्रदीप कुमार अहलावत का नाम अपनी ओर से आगे कर सकते हैं।