देशभर में चल रही पार्टी बदलने की नीति रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. इसी बीच पंजाब में अकाली दल को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के नेता रवि करण काहलों ने भारतीय जनता का दामन थाम लिया हैं।
चंडीगढ़: अकाली दल के नेता रवि करण काहलों ने अकाली दल को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया हैं। रवि कारण कहलों ने भाजपा में शामिल होने के बाद सुखबीर सिंह बादल पर गंभीर आरोप लगाया हैं. उन्होंने कहां की बादल पार्टी नहीं बल्कि एक लिमिटेड कंपनी को चला रहे है। सुखबीर सिंह बादल पार्टी में रबड़ स्टैंप बनकर रह गए है। पार्टी को तो अकेले बिक्रम मजीठिया चला रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक रवि करण पहचान बनाने और अपने क्षेत्र का विकास करने के लिए भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिला लिया है। काहलों ने शिअद (शिरोमणि अकाली दल) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पार्टी में केवल रबड़ स्टैंप जो बन गए, जो केवल मोहर लगाने के काम आती है। शेष समय ऐसे ही पड़ी रहती है। काहलों के भाजपा में शामिल होने क बाद पार्टी को गुरदासपुर लोक सभा सीट पर बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा।
रवि करण काहलों के आने से भाजपा को होगा लाभ
सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि रवि करण काहलों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी को गुरदासपुर लोक सभा सीट पर मतदाताओं को लेकर काफी फायदा मिलेगा। क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में रवि करण काहलो को कांग्रेस के उम्मीदवार सुखजिंदर रंधावा के खिलाफ डेरा बाबा नानक सीट पर मात्र 234 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।