1. फरीदाबाद के खेड़ी गांव में, बालक दास नाम के एक दलित पुजारी को उच्च जाति के ग्रामीणों ने स्थानीय मंदिर में प्रार्थना करते हुए पीट-पीट कर मार डाला। हमलावरों ने हमले को अंजाम देने के लिए लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया । पुजारी को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
बीती रात साढ़े 10 बजे पुजारी बालक दास मंदिर में सो रहे थे तभी लखन जाट व महेश खटाना मशाल लेकर मंदिर के गेट पर आए । गेट खोलने पर दोनों हमलावरों ने पुजारी पर लाठी-डंडों से हमला किया और जातिसूचक गालियां दीं ।मारपीट की आवाज सुनकर सरपंच तेज सिंह के परिजन व मोहल्ले के मान सिंह जाग गए और मंदिर की ओर दौड़ पड़े । उन्हें देखकर लखन और महेश भाग गए । घटना के बाद ग्रामीण कुलबीर, तेजपाल और दुलीचंद ने खुलासा किया कि पुजारी लोगों के अनुरोध पर बालक दास को गांव के मंदिर में प्रार्थना करने के लिए लाया था । पुजारी 27 साल से वृंदावन में रह रहे थे ।
दलित जाति से ताल्लुक रखने वाले बाबा पिछले 6-7 महीने से मंदिर जा रहे हैं। जब से उन्होंने वहां पूजा करना शुरू किया, तब से मंदिर में साफ-सफाई और विकास में सुधार देखा गया है । हालांकि, गांव में ऊंची जाति के कुछ लोग इससे सहमत नहीं हैं और उन पर हमला कर दिया है ।