हरियाणा : सहकारिता विभाग में हुए घपले की जाँच में लगी ED-CBI, AAP के प्रदेशाध्य्क्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने लगाया बीजेपी सरकार पर आरोप

हरियाणा : सहकारिता विभाग में हुए घपले की जाँच में लगी ED-CBI, AAP के प्रदेशाध्य्क्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने लगाया बीजेपी सरकार पर आरोप
subkuz.com
Last Updated: 06 फरवरी 2024

हरियाणा : सहकारिता विभाग में हुए घपले की जाँच में लगी ED-CBI, AAP के प्रदेशाध्य्क्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने लगाया बीजेपी सरकार पर आरोप 

आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्य्क्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने Haryana सहकारिता विभाग की एकीकृत सहकारी परियोजना (ICDP) के करोड़ों रुपये को लेकर हुए घपले में BJP सरकार को घेरा। डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि Haryana सरकार भ्रष्टाचार की ओर बढ़ती जा रही है, उसके एक के बाद एक घोटाले सामने रहे हैं। इससे पहले भी CAG (नियंत्रक-महालेखापरीक्षक) की रिपोर्ट में काफी घपलों का खुलासा हुआ था। इसी दौरान अब सहकारिता विभाग में जाँच से एक और चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 500 करोड़ से ज्यादा का घपला हुआ। बताया गया कि मंत्री और अफसरों ने मिलकर गरीब किसानों के लिए आई राशि को बंदरों जैसे बांटकर खा गए।

 घपले को छिपाने की कोशिश में बीजेपी सरकार

अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि- घपले में 100 करोड़ से ज्यादा रुपये चोरी की पुष्टि की गई, लेकिन यह मामला 100 करोड़ का नहीं, बल्कि 500 करोड़ रूपये से ज्यादा का है। उन्होंने कहा कि गरीब किसानों का पैसा हड़प कर जीरकपुर, करनाल और रेवाड़ी में लग्जरी Apartment और फ्लैट (Flat) ख़रीदे गए। 2022 में रेवाड़ी में भी घपले की शिकायत आई थी, लेकिन बीजेपी सरकार पुरे तंत्र और अधिकारीयों को बचाने घपले को छिपाने की कोशिश में लगी रही। जब अधिक दबाव डाला गया तो सीएस ने Haryana एंटी करप्शन ब्यूरो (Haryana anti corruption bureau) को विभाग में हुए घपले की जाँच सौंपी, लेकिन वह जाँच केवल अधिकारीयों तक ही होकर रह गई। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों पर राजनितिक हाथ होने के कारण इनके खिलाफ कभी करवाई नहीं की गई, ही मुख्यालय स्तर पर इनके काम काज को रोका गया।

 डॉ. सुशील गुप्ता ने क्या कहा

subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार सुशील गुप्ता ने कहा कि इस मामले में अधिकारीयों और ठेकेदारों की चौंका देने वाली Whatsapp chat भी सामने आई, जिसमें घपले से लेकर रिश्वत तक का पूरा खुलासा हुआ है। अफसरों ने कहा कि कैसे पैसा ऊपर तक जाता है, फिर भी कार्रवाई नहीं होती।  सरकार भी सारी चोरी का जिम्मा अफसरों पर फोड़ना चाहती है। ऊपर से प्रेसर के कारण एजेंसियां इस घपले में शामिल मास्टर माइंड तक पहुँच नहीं पा रही हैं

उन्होंने कहा कि बिना मंत्री संरक्षण के अफसर इतनी बड़ी हरकत कैसे कर सकते हैं? आम आदमी पार्टी मांग करती है कि इस 500 करोड़ से ज्यादा के घपले की सहकारिता मंत्री बनवारीलाल की भूमिका की जाँच होनी चाहिए। ED - CBI द्वारा बिना समय बर्बाद किये Haryana में हो रहे इस भ्रष्टाचार की जाँच हों।

 

 

 

 

 

 

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