दूध, जिसे हर घर में स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है, वही अब ज़हर बनकर लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। शुद्धता की उम्मीद में हर दिन लाखों लोग दूध का सेवन करते हैं, लेकिन जिले से आई एक खबर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
क्राइम: शुद्धता की उम्मीद में लोग जब दूध का सेवन करते हैं, तो शायद ही किसी को अंदेशा होता है कि उसी दूध में ज़हर भी घुला हो सकता है। लेकिन जिले में खाद्य विभाग की एक गोपनीय कार्रवाई ने मिलावटखोरी के इस काले कारोबार का पर्दाफाश कर दिया है। विभाग की टीम ने बोगस ग्राहक बनाकर एक दुकान पर छापा मारा और मौके से 19 कट्टे नकली दूध बनाने वाला पाउडर जब्त किया।
गोपनीय तरीके से हुई बड़ी कार्रवाई
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, खाद्य सुरक्षा विभाग को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि क्षेत्र के कुछ दुकानदार नकली दूध या मिलावटी उत्पाद तैयार कर रहे हैं। लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई का खाका तैयार किया। एक अधिकारी ने बोगस ग्राहक बनकर संबंधित दुकान से संपर्क किया।
ग्राहक ने दुकानदार से दूध में मिलाने वाला विशेष पाउडर माँगा, जिससे दूध गाढ़ा और झागदार बनता है। जैसे ही दुकानदार ने कट्टे ग्राहक के सामने रखे, टीम ने मौके पर ही दबिश दे दी।
19 कट्टे पाउडर और दस्तावेज जब्त
दुकान की तलाशी में 19 कट्टे संदिग्ध पाउडर बरामद हुए, जिनका उपयोग कथित रूप से नकली दूध तैयार करने के लिए किया जा रहा था। साथ ही दुकान से कुछ बिल-बही और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। ये सभी सामग्री जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी जा चुकी है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी [अधिकारी का नाम] ने बताया, “यह पाउडर बेहद खतरनाक हो सकता है।
शुरुआती जांच में पाया गया है कि इसमें डिटर्जेंट जैसे हानिकारक रसायन मिले हुए हो सकते हैं। विस्तृत जांच के बाद ही इसकी पुष्टि की जाएगी। अगर रिपोर्ट पॉज़िटिव आती है, तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के मिलावटी पाउडर से तैयार किया गया दूध स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। इससे पेट संबंधी बीमारियाँ, लीवर खराब होना, बच्चों में विकास रुकना और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जैसे ही यह खबर फैली, इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के गोरखधंधे को जड़ से खत्म किया जाए।
कई लोगों ने यह भी बताया कि उन्हें दूध का स्वाद कुछ दिनों से अजीब लग रहा था, लेकिन उन्हें यह अंदेशा नहीं था कि इसके पीछे इतना बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है। जिला प्रशासन ने सभी डेयरी और दूध विक्रेताओं को चेतावनी दी है कि यदि किसी भी तरह की मिलावट पाई गई, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य विभाग ने भी विशेष निगरानी अभियान शुरू कर दिया है।