हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी भाजपा के विधायक किशोरी लाल ने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। किशोरी लाल ने वर्ष 2017 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लड़कर विजय हासिल की थी।
शिमला: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के पूर्व विधानसभा किशोरी लाल ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओकओवर में गुरुवार (२ मई) देर सांय वह अपने समर्थकों को लेकर कांग्रेस पार्टी का हाथ पकड़ लिया। मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और सीएम सुक्खू की उपस्थिति में वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। उनके साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी हाथ का साथ देने की ठान ली हैं।
किशोरी लाल ने 2017 में लड़ा भाजपा की ओर से चुनाव
जानकारी के मुताबिक Subkuz.com को सूत्रों ने बताया कि किशोरी लाल ने वर्ष 2017 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लड़ा था और जीत के साथ राजनीति में आगाज किया था। इस चुनाव में उन्हें 30489 वोट हासिल हुए थे जो कुल वोट का 50.23 प्रतिशत रहा था। उसके बाद 2022 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर लोकेंद्र कुमार सैनी को चुनावी मैदान में उतारा था।
बताया कि भाजपा की टिकट न मिलने से किशोरी लाल नाराज हो गए और पार्टी से त्यागपत्र देकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें असफलता प्राप्त हुई। इस चुनाव में उन्हें केवल 6925 ही वोट प्राप्त हुए थे। किशोरी लाल पार्टी को छोड़ते हुए आरोप लगाया था कि भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाया जो एक साल पहले तक संगठन, प्रधानमंत्री मोदी जी और केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ बेबुनियादी बातें करते हुए गालिया दी थी।
पार्टी की पकड़ बनेगी - सीएम सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकार से बातचीत करते हुए कहां कि किशोरी लाल के आने से कांग्रेस पार्टी को मजबूती के साथ उनके क्षेत्र में पकड़ भी बनेगी। उन्होंने कहां कि कांग्रेस प्रदेश की सभी चारों सीटों के अलावा 6 सीटों पर हो रहे उप चुनाव में भी कांग्रेस का दबदबा है और सभी सीट पर जीत हासिल कर रही हैं।