Monsoon in India: केरल और हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही, खतरे के निशान से ऊपर बह रही कावेरी नदी; कई राज्यों में आसमान से बरस रही आफत

Monsoon in India: केरल और हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही, खतरे के निशान से ऊपर बह रही कावेरी नदी; कई राज्यों में आसमान से बरस रही आफत
Last Updated: 02 अगस्त 2024

Monsoon in India: केरल और हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही, खतरे के निशान से ऊपर बह रही कावेरी नदी; कई राज्यों में आसमान से बरस रही आफत 

देशभर के कई राज्यों में पिछले दो-तीन दिन से शानदार बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला में देर रात को बादल फट गया, जिसमें दो की मौत और 50 अधिक लोग लापता हो गए हैं। वहीं केरल के वायनाड में भारी बारिश के कारण मंगलवार तड़के बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन में अबतक 200 के करीब लोगों की जान चली गई हैं।

मानसून: देशभर के ज्यादातर राज्यों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है। हालांकि कई राज्यों में अभी भी लोग बारिश के लिए तरस रहे है। केरल के वायनाड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार तड़के बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन में 200 के करीब लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं गुरुवार सुबह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने से दो की मौत और 50 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष) की टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई।

खतरे के निशान से उपर बह रही कावेरी

बता दें लगातार हो रही तेज बारिश के कारण कावेरी और कपिला नदियां खतरे के निशान से दो फिट ऊपर बह रही है। इसके कारण मैसूर जिले में आठ गांवों के 134 परिवार के लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के जयपुर जिले के ध्वजनगर में तेज बारिश के चलते दो घरों में पानी घुसने से एक मासूम बच्चे समेत 3 लोग बेसमेंट में फंस गए।

जम्मू-कश्मीर में कम बारिश

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में 1 जून से 30 जुलाई 2024 तक 12 राज्यों में सामान्य बारिश हुई है। वहीं आठ राज्यों में सामान्य से 5 से 10 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। इनके अलावा देश के सात राज्य ऐसे भी है, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। वहीं केंद्र शासित क्षेत्रों की बात करें तो जम्मू-कश्मीर में अब तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई और लद्दाख में सामान्य से अधिक बारिश है। इसके अलावा लक्षदीप और अंडमान निकोबार में  बारिश का आंकड़ा सामान्य हैं।

बता दें पुरे भारत से जुलाई महीने में औसत से 9 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस बार पूरे देश में मानसून तय समय से छह दिन पहले इंटर हुआ और मध्य दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश कर रहा है। बता दें मानसून का आगमन समय से पहले होने पर किसानों को खरीफ फसलों की बुआई शुरू करने में काफी मदद मिल गई।

सामान्य से ज्यादा बारिश वाले राज्य

* गोवा में अबतक सामान्य से 50 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी हैं, वहीं महाराष्ट्र में 39 प्रतिशत, गुजरात में 23 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में सात प्रतिशत अतिरिक्त बारिश दर्ज की गई हैं।

* दक्षिण भारत की बात करें तो अब तक तमिलनाडु में 57 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 42 प्रतिशत, कर्नाटक में 31 प्रतिशत और पुडुचेरी में 21 प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हो चुकी हैं।

देश के लिए मौसम विभाग का अनुमान

आईएमडी (India Meteorological Department) के अनुसार इस बार पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बरसात, उत्तर-पश्चिम में सामान्य बारिश और देश के मध्य तथा दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहां कि भारत के मुख्य मानसून क्षेत्र, जिसमें देश के अधिकांश वर्षा पर आधारित कृषि क्षेत्र शामिल हैं, उन क्षेत्रों में इस साल सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। मौसम एजेंसियों को उम्मीद है कि अगस्त के शुरुआती दिनों में ला नीना की स्थिति बन जाएगी। जिसके असर से देशभर में अच्छी बारिश होगी।

 

 

 

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