मिथुन चक्रवर्ती, हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता, को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें उनके पिछले 50 वर्षों के अद्वितीय योगदान और फिल्मी दुनिया में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया है। यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इस खुशखबरी को साझा करते हुए मिथुन चक्रवर्ती की उपलब्धि की सराहना की।
एंटरटेनमेंट: मिथुन चक्रवर्ती, जो 50 सालों से फिल्म इंडस्ट्री में अपने अद्वितीय अभिनय के लिए पहचाने जाते हैं, को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है, जो किसी भी कलाकार के योगदान को मान्यता देता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया के जरिए इस महत्वपूर्ण खबर को साझा किया, जिससे मिथुन दा के प्रशंसकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई।
मिथुन चक्रवर्ती ने 1976 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, और उसी वर्ष उन्होंने फिल्म मृगया के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। कोलकाता की गलियों से आए मिथुन चक्रवर्ती ने हिंदी सिनेमा में अपनी एक अलग और मजबूत पहचान बनाई है। डिस्को डांसर, अग्निपथ, प्रेम प्रतिज्ञा जैसी फिल्में उनके करियर की बेहतरीन फिल्में मानी जाती हैं।
'दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड' से सम्मानित होंगे मिथुन दा
मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, जो भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान है, उससे नवाजा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 30 सितंबर की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस खबर की घोषणा की। अपने ट्वीट में मंत्री ने लिखा, "मिथुन दा की शानदार सिनेमैटिक जर्नी कई पीढ़ियों को प्रेरित करती है।" मिथुन चक्रवर्ती ने 1976 में अपने करियर की शुरुआत की थी और तब से लेकर अब तक उन्होंने कई शानदार फिल्मों में काम किया है। उनकी सिनेमैटिक यात्रा में डिस्को डांसर, अग्निपथ, और मृगया जैसी फिल्में शामिल हैं, जो हिंदी सिनेमा में मील का पत्थर मानी जाती हैं। दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के जरिए उनके दशकों तक चले सफल करियर और सिनेमा में योगदान को सम्मानित किया जा रहा हैं।
अश्विनी वैष्णव ने किया ट्वीट
अश्विनी वैष्णव ने अपने ट्वीट में लिखा, "यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहेब फाल्के चयन निर्णायक मंडल ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।" इस प्रतिष्ठित सम्मान के तहत मिथुन चक्रवर्ती को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स समारोह में सम्मानित किया जाएगा, जो 8 अक्टूबर 2024 को आयोजित होने वाला है। यह अवॉर्ड उन्हें उनकी दशकों लंबी सिनेमा यात्रा और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में दिए गए उनके अद्वितीय योगदान के लिए दिया जा रहा है। मिथुन दा ने अपनी अदाकारी और नृत्य के जरिए हिंदी सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी हैं।
कैसा रहा मिथुन चक्रवर्ती का फिल्मी करियर?
मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून 1950 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 24 साल की उम्र में फिल्म "मृगया" से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने घिनुआ का किरदार निभाया था। इस भूमिका के लिए मिथुन को बहुत सराहना मिली और इसके लिए उन्हें अपना पहला नेशनल अवॉर्ड भी मिला।
मिथुन चक्रवर्ती ने असली सफलता फिल्म "डिस्को डांसर" से पाई, जिसने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय पहचान दी और वह डिस्को डांसर के नाम से प्रसिद्ध हो गए। उनके करियर में यह फिल्म मील का पत्थर साबित हुई। उनकी असाधारण अदाकारी और नृत्य शैली ने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक विशेष स्थान दिलाया।मिथुन को भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है, जो उनके कला के क्षेत्र में योगदान को मान्यता देता हैं।