55वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में यामी गौतम की फिल्म ‘आर्टिकल 370’ ने शानदार परफॉर्मेंस दी है और अब इसे प्रतियोगिता खंड में एक प्रमुख उम्मीदवार के रूप में माना जा रहा है। गोवा में आयोजित इस महोत्सव में यामी गौतम ने अपनी फिल्म के बारे में खुलकर बात की और बताया कि वह हमेशा अपने करियर में खास और अलग फिल्में ही चुनती हैं। यह फिल्म न सिर्फ अपने विषय बल्कि यामी के दमदार अभिनय के लिए भी सुर्खियों में रही है।
IFFI गोवा में 'आर्टिकल 370' की विशेष भूमिका
इस साल के फिल्म महोत्सव में भारतीय सिनेमा से तीन प्रमुख फिल्मों को प्रतियोगिता सेक्शन में स्थान मिला है। इनमें मलयालम फिल्म ‘आडुजीवितम’, मराठी फिल्म ‘रावसाहेब’ और यामी गौतम की ‘आर्टिकल 370’ शामिल हैं। इस सेक्शन में सर्वश्रेष्ठ फिल्म को स्वर्ण मयूर पुरस्कार और 40 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम, जैसे निर्माता-निर्देशक आशुतोष गोवारिकर, इस साल के निर्णायक मंडल के अध्यक्ष हैं। उन्होंने फिल्म को लेकर अच्छा समर्थन व्यक्त किया है और कहा है कि ‘आर्टिकल 370’ को जनसमर्थन मिल रहा है।
यामी गौतम ने साझा किए अपने अनुभव
यामी गौतम ने कहा कि फिल्म ‘आर्टिकल 370’ के निर्माण में शामिल सभी लोगों को इस फिल्म की सफलता को लेकर पूरा विश्वास था। यामी के अनुसार, यह फिल्म एक गंभीर और डॉक्यूमेंट्री शैली पर आधारित थी, जिसमें कोई गाने या हल्के-फुल्के दृश्य नहीं थे। हालांकि, इसके बावजूद यामी और निर्माता आदित्य धर को यह यकीन था कि यदि फिल्म सही तरीके से बनाई गई, तो उसकी कहानी को दर्शक जरूर पसंद करेंगे। और ऐसा ही हुआ, फिल्म की कड़ी मेहनत और शानदार टीम की वजह से यह आज एक महत्वपूर्ण और चर्चित फिल्म बन चुकी है।
मजबूत महिला किरदारों का महत्व
यामी ने अपने करियर में हमेशा ऐसे किरदार चुने हैं जो मजबूत और चुनौतीपूर्ण होते हैं। ‘आर्टिकल 370’ में भी उनका किरदार बेहद सशक्त और प्रभावशाली है। यामी ने कहा, "मैंने जानबूझकर ऐसे किरदारों को चुना है जो दर्शकों को अलग तरह से प्रभावित करें। इस फिल्म में मेरा रोल भी खास है और इसे निभाने में बहुत आनंद आया।" इसके साथ ही यामी ने यह भी बताया कि अगर एक अभिनेता लगातार सशक्त किरदार निभाता है, तो फिल्म निर्माता और दर्शक यह समझने लगते हैं कि वह विभिन्न शैलियों, जैसे कॉमेडी, राजनीतिक थ्रिलर और ड्रामा में भी अपनी क्षमता दिखा सकते हैं।
व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का संतुलन
यामी ने बताया कि वह अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को संतुलित रखने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। हाल ही में उनके काम का दबाव बढ़ा है, लेकिन वह इसे पूरी तरह से अपनाने और अच्छे से निभाने के लिए तैयार हैं। यामी ने कहा, "यह बदलाव एक दिन में नहीं आता, इसके लिए बलिदान, मेहनत और बहुत से लोगों का समर्थन जरूरी होता है। इस समय सिनेमा का हिस्सा बनकर मुझे खुशी हो रही है।"
आगे का रास्ता और फिल्म इंडस्ट्री में यामी की जगह
यामी गौतम का यह मानना है कि मजबूत किरदारों को चुनने से उनका सिनेमा में स्थान मजबूत हुआ है। उनके लिए अब हर फिल्म एक नई चुनौती बन चुकी है। वह भविष्य में और भी अलग-अलग शैलियों की फिल्मों में अभिनय करने की योजना बना रही हैं, और उन्हें पूरा यकीन है कि यह दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाएगी।