मध्य प्रदेश को "भारत का हृदय" कहा जाता है, और यहां के नेशनल पार्क्स इसकी प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। वाइल्डलाइफ के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों के लिए ये नेशनल पार्क्स परफेक्ट डेस्टिनेशन हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश, जिसे "टाइगर स्टेट" के नाम से जाना जाता है, अपने राष्ट्रीय उद्यानों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यह राज्य भारत में सबसे अधिक नेशनल पार्कों का घर है, जो वाइल्डलाइफ प्रेमियों और प्रकृति के करीब समय बिताने के शौकीनों के लिए आदर्श गंतव्य है। यहां के प्रमुख नेशनल पार्क जैसे कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना, अपनी अद्भुत जैव विविधता और रोमांचक सफारी के लिए प्रसिद्ध हैं।
कान्हा नेशनल पार्क अपने बाघों और दुर्लभ बारहसिंघा के लिए मशहूर है, जबकि बांधवगढ़ नेशनल पार्क में बाघों की सबसे ज्यादा घनत्व पाई जाती है। पेंच नेशनल पार्क, जो "द जंगल बुक" की प्रेरणा स्थल माना जाता है और सतपुड़ा नेशनल पार्क, अपने शांत वातावरण और रोमांचक गतिविधियों जैसे कैनोइंग और ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। पन्ना नेशनल पार्क केन नदी के किनारे बसा है और यहां बाघ पुनर्वास परियोजना ने इसे खास बनाया हैं।
1. कान्हा नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा नेशनल पार्क भारत के सबसे प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व में से एक है। 1955 में स्थापित इस पार्क को बाद में टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया। यह पार्क न केवल बाघों के लिए बल्कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है। कान्हा के हरे-भरे घास के मैदान, ऊंचे सागौन के पेड़ और शांत वातावरण इसे खास बनाते हैं।
यहां आप दुर्लभ और विलुप्तप्राय जीव-जंतुओं को करीब से देख सकते हैं। जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव आपको यहां की प्राकृतिक दुनिया में पूरी तरह डुबो देगा। कान्हा नेशनल पार्क प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक आदर्श गंतव्य हैं।
2. बांधवगढ़ नेशनल पार्क
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, बांधवगढ़ नेशनल पार्क वह जगह है जहां पहली बार बाघों को देखा गया था। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित यह पार्क बाघों की सबसे अधिक संख्या के लिए प्रसिद्ध है। बांधवगढ़ न केवल अपने वन्यजीवों के लिए, बल्कि यहां की रोमांचक ट्रेल्स और सफारी के लिए भी लोकप्रिय है। खासतौर पर, ओपन जीप सफारी के दौरान बाघों को देखना एक अद्भुत और रोमांचक अनुभव होता है। अक्टूबर से जून तक का समय यहां घूमने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब जंगल की सुंदरता अपने चरम पर होती है और बाघों समेत अन्य वन्यजीवों को देखने का मौका अधिक मिलता हैं।
3. पन्ना नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में फैला पन्ना नेशनल पार्क राज्य का पांचवां सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। लगभग 209.53 वर्ग मील क्षेत्र में विस्तृत यह पार्क बाघों का घर कहलाता है और अपनी अद्वितीय जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां के घने जंगल, घाटियां और केन नदी का शांत प्रवाह इस पार्क को खास बनाते हैं। पन्ना नेशनल पार्क में नाइट जंगल सफारी का अनुभव भी लिया जा सकता है, जो इसे और भी रोमांचक बनाता हैं।
4. सतपुड़ा नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश का सतपुड़ा नेशनल पार्क अपनी अद्भुत जैव विविधता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां के घने जंगलों में तेंदुआ, भालू, जंगली बिल्लियां और कई अन्य दुर्लभ प्रजातियों के वन्यजीव देखे जा सकते हैं। सतपुड़ा की सुंदर पहाड़ियां और हरे-भरे जंगल इस पार्क की खूबसूरती को और भी बढ़ा देते हैं। यह नेशनल पार्क न केवल वन्यजीवों को करीब से देखने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि ट्रेकिंग, कैनोइंग और नाइट सफारी जैसे रोमांचक अनुभवों के लिए भी मशहूर हैं।
5. माधव नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क अपनी खूबसूरत झीलों और घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। 1958 में स्थापित इस नेशनल पार्क में नीलगाय, चिंकारा, चीतल, सांभर, बार्किंग डियर, तेंदुआ, भेड़िया, लोमड़ी और अजगर जैसे अनेक वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है। झीलों और हरियाली से घिरा यह पार्क न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए बल्कि पिकनिक और वीकेंड गेटवे के लिए भी एक बेहतरीन स्थान है। यहां का शांत और सुरम्य वातावरण प्रकृति के साथ समय बिताने के लिए आदर्श हैं।