बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मौत के बाद उसके परिजनों ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाए हैं। पुलिस का दावा है कि अक्षय शिंदे ने पहले पुलिसकर्मी पर गोली चलाई थी, जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस ने गोली चलाई और उसकी मौत हो गई।
Badlapur: बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर उसके परिवार ने सवाल उठाए हैं। उनके परिजनों का यह भी कहना है कि पुलिस ने यौन उत्पीड़न के मामले में उससे कबूलनामा देने के लिए दबाव बनाया था। अक्षय शिंदे पर आरोप है कि उसने बदलापुर के एक स्कूल के शौचालय में दो लड़कियों के साथ कथित तौर पर यौन दुर्व्यवहार किया। शिंदे, जो स्कूल में सफाईकर्मी है, को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस की थ्योरी को बताया गलत
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि जब आरोपित शिंदे को इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, तब उसने एक पुलिसकर्मी से बंदूक छीनकर उस पर गोली चला दी। इसके बाद, पुलिस एस्कॉर्ट टीम के एक अन्य अधिकारी ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई। जब उसे कलवा सिविक अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि, शिंदे के परिवार के सदस्यों ने पुलिस की इस थ्योरी को गलत बताया।
एनकाउंटर मामले में मां ने उठाए सवाल
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को शिंदे की मां और चाचा ने कलवा अस्पताल के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह कहना गलत है कि उसने पहले पुलिसकर्मी की बंदूक छीनी और उस पर गोली चलाई। उन्होंने स्पष्ट किया कि बाद में पुलिस ने आत्मरक्षा में उस पर गोली चलाई। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उस पर जबरन जुर्म कबूलने के लिए दबाव बना रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि बयान में उससे क्या लिखवाया गया, यह केवल उसे ही पता है।
'मामले की पूरी जांच हो'- पिता
अक्षय शिंदे के पिता, अन्ना शिंदे, ने कहा है कि उनके बेटे की हत्या की उचित जांच की जानी चाहिए। इस बीच, उसकी मां और चाचा ने आरोप लगाया है कि यह पूरी घटना पुलिस और बदलापुर स्कूल के प्रबंधन की साजिश है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अक्षय ने अपने परिवार के सदस्यों से यह बात कही थी कि पुलिस हिरासत में उसे बुरी तरह पीटा जा रहा है और उसने पैसे मांगने के लिए एक चिट भी भेजी थी।
पुलिस के बयान पर सवाल
उसकी माँ और चाचा ने पुलिस के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका बच्चा पुलिसकर्मी का हथियार नहीं छीन सकता। उन्होंने यह आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके बच्चे को हत्या कर दी है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल प्रबंधन की भी जांच की जानी चाहिए। उनका बेटा तो पटाखे फोड़ने और सड़क पार करने से भी डरता था। ऐसे में वह पुलिसकर्मियों पर गोली कैसे चला सकता है?
मामले में सुनवाई के लिए अदालत जाए
अक्षय की मां ने यह सवाल उठाया कि उसके खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया था, उस मामले में सुनवाई के लिए उसे अदालत में ले जाना चाहिए था। फिर पुलिस ने उसे कैसे गोली मारी? जबकि अक्षय पर लगाए गए आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं।
बेटे से मिलने से रोका गया
अक्षय की मां ने बताया कि उनका बेटा अक्सर उनसे पूछता था कि उसे कब रिहा किया जाएगा। डॉक्टरों द्वारा शिंदे को मृत घोषित किए जाने के बाद, कलवा अस्पताल में जिस कमरे में उनका शव रखा गया था, वहां किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई। हमें अपने बेटे को देखने की अनुमति क्यों नहीं दी गई?