महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी का निधन हो गया है। उन पर अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बाबा सिद्दीकी मुंबई में अपनी इफ्तार पार्टी के लिए भी खासे प्रसिद्ध थे, जिसमें कई प्रमुख हस्तियां शामिल होती थीं।
Baba Siddique Murder Case: महाराष्ट्र के प्रमुख नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी का निधन हो गया है। शनिवार रात को उन पर तीन अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक माने जाते थे और उन्होंने इसी साल कांग्रेस को छोड़कर अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल होने का निर्णय लिया था। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी वर्तमान में बांद्रा पूर्व से कांग्रेस के विधायक हैं। बाबा सिद्दीकी स्वयं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके थे।
सिद्दीकी ने कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
फरवरी में छोड़ी थी कांग्रेस सिद्दीकी इसी साल फरवरी में कांग्रेस से राकांपा में शामिल हुए थे। वे लगभग 48 वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे। उन्होंने 1977 में अपने छात्र जीवन के दौरान कांग्रेस पार्टी से संबंध स्थापित किया। वह 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रहे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी वर्तमान में बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं।
वह रमजान के दौरान अपनी इफ्तार पार्टी के लिए भी जाने जाते थे, जिसमें सलमान खान, शाहरुख खान जैसे बड़े-बड़े बॉलीवुड सितारों की उपस्थिति होती थी। सिद्दीकी को सलमान और शाहरुख के बेहद करीबी दोस्तों में माना जाता है और यह भी कहा जाता है कि उन्हें दोनों के बीच दोस्ती को फिर से कायम करने का श्रेय दिया जाता है। कथित तौर पर, उन्होंने अपनी इफ्तार पार्टी में इन दोनों सितारों के बीच सुलह कराई थी।
फिल्म इंडस्ट्री में थे मशहूर:बाबा सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी मुंबई के फिल्म उद्योग में भी बेहद लोकप्रिय रहे हैं। रमजान के महीने में उनके द्वारा आयोजित की जाने वाली इफ्तार पार्टियों में सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान जैसे बड़े सितारों की उपस्थिति अक्सर देखी जाती है। आगामी विधानसभा चुनाव में बाबा सिद्दीकी को अजीत पवार के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक के रूप में माना जा रहा है।
अगर हम बाबा सिद्दीकी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने बांद्रा पश्चिम से 1999, 2004 और 2009 में तीन बार लगातार विधायक के रूप में चुनाव जीते। इसके साथ ही, उन्होंने 2004 से 2008 के बीच खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए के राज्य मंत्री के रूप में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई।
सिद्दीकी ने पहले दो लगातार कार्यकाल (1992-1997) तक नगर निगम के पार्षद के रूप में सेवा की थी। 08 फरवरी 2024 को उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया, और इसके बाद 12 फरवरी 2024 को अजीत पवार की अगुवाई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
सिद्दीकी का राजनीतिक करियर
जानकारी के अनुसार, बाबा सिद्दीकी ने 1977 में एक किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से जुड़ाव किया। उन्होंने विभिन्न छात्र आंदोलनों में सक्रिय भाग लिया। इसके बाद, 1980 में, वे बांद्रा युवा कांग्रेस के बांद्रा तालुका के महासचिव बने और अगले दो वर्षों के भीतर इस संगठन के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। 1988 में, उन्होंने मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला।
चार वर्षों बाद, वे मुंबई नगर निगम के नगर पार्षद के रूप में निर्वाचित हुए और पांच साल बाद फिर से इस पद पर चुने गए। 1999 में, वे बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। उन्हें 2004 और 2009 में भी फिर से चुना गया, जिससे उन्होंने लगातार तीन कार्यकालों तक सेवा की। सिद्दीकी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा 2000-2004 तक म्हाडा मुंबई बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया।
इसके अलावा, उन्हें महाराष्ट्र सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम, एफडीए, और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने 2004-2008 तक सेवा दी।