बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं और पुलिस की जांच में तेजी आई है। अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और 15 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। हालांकि, मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर और शूटर शिवकुमार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने दो शूटरों को पकड़ने में सफलता हासिल की है, जिनमें से एक के फोन में एक विधायक की तस्वीर मिली हैं।
मुंबई: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। 12 अक्टूबर की रात एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की तीन शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक शूटर और मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर अब भी फरार हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच ने शुभम लोनकर के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है, क्योंकि पुलिस को संदेह है कि वह नेपाल भाग सकता हैं।
इसके साथ ही जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी स्नैपचैट एप का इस्तेमाल करके आपस में संवाद करते थे। यह एप्लिकेशन उनकी बातचीत को ट्रैक करने में मुश्किल बनाता है, क्योंकि स्नैपचैट में संदेश पढ़ने के बाद स्वचालित रूप से डिलीट हो जाते हैं। पुलिस अब इस एप के जरिए हुई बातचीत की जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है ताकि मामले में और सुराग मिल सकें।
शूटर के फोन में किसकी थी फोटो?
मुंबई पुलिस बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की गंभीरता से जांच कर रही है और इसमें कई संभावित एंगल्स की पड़ताल की जा रही है। एक प्रमुख दिशा में जांच लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी हो सकती है, क्योंकि इस गैंग का नाम पहले भी हाई-प्रोफाइल हत्याओं और धमकियों में आ चुका है। पुलिस यह भी जांच रही है कि कहीं इस हत्या के पीछे सलमान खान से जुड़ी कोई पुरानी दुश्मनी तो नहीं है, क्योंकि बिश्नोई गैंग ने पहले सलमान खान को भी धमकियां दी थीं।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को एक शूटर के फोन से बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी की फोटो मिली है, जिसे शूटरों के हैंडलर ने स्नैपचैट के जरिए भेजा था। हालांकि, स्नैपचैट की सुरक्षा विशेषताओं के चलते संदेशों को डिलीट कर दिया गया है, जिससे जांच में कुछ कठिनाई हो रही हैं।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड
बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच में लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं, और यह मामला और भी जटिल होता जा रहा है। शुभम लोनकर, जिसने हत्या की जिम्मेदारी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से ली थी, ने हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने का दावा किया था। हालांकि शुभम अभी भी फरार है, पुलिस ने उसके भाई प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवीण की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला कि शुभम और प्रवीण ने हरीश नामक व्यक्ति के माध्यम से शूटरों धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को 2 लाख रुपये की राशि भेजी थी।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश तीन महीने पहले पुणे में रची गई थी। इस मामले में अब तक 15 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की जांच में खुलासा हुआ है कि इसमें ऑस्ट्रेलिया और तुर्किये में बनी पिस्टल के साथ-साथ देसी पिस्टल का भी उपयोग किया गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हत्या को बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था।
मुंबई पुलिस अब भी शुभम लोनकर और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है और इसके साथ ही इस हत्याकांड के पीछे के सभी कनेक्शन और साजिशों का पर्दाफाश करने के प्रयास किए जा रहे हैं।