Bihar news: जीतन राम मांझी का बड़ा कदम, पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में 9 प्रस्ताव पारित, बिहार में बढ़ सकती है राजनीतिक हलचल

Bihar news: जीतन राम मांझी का बड़ा कदम, पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में 9 प्रस्ताव पारित, बिहार में बढ़ सकती है राजनीतिक हलचल
Last Updated: 3 घंटा पहले

केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने सोमवार को दिल्ली में अपनी पार्टी की कार्यकारिणी बैठक आयोजित की। इस बैठक में कुल 9 प्रस्ताव पारित किए गए, जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए एक नई चिंता का कारण बन सकते हैं। 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इन प्रस्तावों में कुछ ऐसे अहम मुद्दे उठाए गए हैं, जिनसे बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचना तय हैं।

प्रस्तावों की सूची बिहार और देश के लिए क्या बदलाव चाहते हैं जीतन राम मांझी?   

जीतन राम मांझी के नेतृत्व में आयोजित इस बैठक में जिन 9 प्रस्तावों पर चर्चा और पारित किया गया, उनमें कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जो ना केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए असरदार हो सकते हैं। ये प्रस्ताव मुख्य रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक सुधारों पर आधारित हैं।

प्रस्तावों का विवरण

·       बाबा साहेब अंबेडकर की विशाल प्रतिमा दीक्षा भूमि नागपुर में स्थापित हो: यह प्रस्ताव अंबेडकर के योगदान को समर्पित एक बड़े स्मारक का निर्माण करने का हैं।

·       दिल्ली की सड़कों के नाम बदलने का प्रस्ताव: प्रस्ताव के अनुसार, दिल्ली की सड़कों का नामकरण आजादी के शहीदों और प्रमुख महापुरुषों के नाम पर किया जाए।

·       मध्यम वर्ग के लिए सस्ती स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी: देश के मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लाने की मांग की गई हैं।

·       बिहार में पेंशन की राशि बढ़ाई जाए: बिहार में सभी पेंशन योजनाओं को कम से कम 2000 रुपये मासिक किया जाए।

बिहार में फ्री बिजली का ऐलान: घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट तक और पांच एकड़ तक के किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिले।

·       बेरोजगारी भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव: बेरोजगार युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता 5000 रुपये प्रति माह किया जाए।

·       माता सबरी सम्मान योजना: बिहार में एक नई योजना 'माता सबरी सम्मान योजना' शुरू की जाए, जिसका लाभ सभी वर्ग की बेटियों को मिले।

·       बाबा साहेब की मूर्ति 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के तर्ज पर बनाई जाए: यह प्रस्ताव अंबेडकर के योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए एक भव्य मूर्ति निर्माण का हैं।

क्या बिहार की राजनीति में गहराएगी टेंशन?

जीतन राम मांझी की पार्टी का यह कदम बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीति में हलचल पैदा कर सकता है। खासकर, मुफ्त बिजली और पेंशन बढ़ाने के प्रस्तावों ने बिहार के राजनीतिक माहौल को गरम कर दिया है। विपक्षी दलों और सत्ताधारी नेताओं को इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं देने का इंतजार हैं।

इसके अलावा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का ये कदम नीतीश कुमार की नीतीश सरकार को चुनौती देने का भी संकेत हो सकता है। तेजस्वी यादव की पार्टी पहले ही 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का ऐलान कर चुकी है, ऐसे में इस प्रस्ताव को लेकर एनडीए (नीतीश कुमार के गठबंधन) में प्रतिक्रिया आना तय हैं।

 2025 चुनाव में तैयारी जीतन राम मांझी और पार्टी के फैसले

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेताओं ने इस बैठक में शपथ ली कि वे 2025 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती से खड़ा करेंगे। इस बैठक में जीतन राम मांझी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मांझी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पार्टी के भविष्य को संवारने और आगामी चुनाव के लिए एक मजबूत रणनीति बनाने का था।

यह स्पष्ट है कि जीतन राम मांझी की पार्टी ने बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई अहम मुद्दों को उठाया है, जो चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकते हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में इस रणनीति का असर देखने को मिल सकता हैं।

एनडीए में बवाल? किसकी होगी जीत?

अब देखना यह है कि बिहार के सत्ताधारी गठबंधन एनडीए (जेडीयू और बीजेपी) इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया देती है। क्या नीतीश कुमार और बीजेपी इस प्रस्ताव को चुनौती मानेंगे या फिर इसे एक नया राजनीतिक मोड़ देंगे? क्या यह प्रस्ताव बिहार की राजनीति को नया दिशा देने में मदद करेगा, या फिर यह सिर्फ एक चुनावी दांव होगा?

 जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी का यह कदम बिहार की राजनीति को गर्मा सकता है। जहां एक ओर विपक्षी दल इस फैसले का समर्थन कर सकते हैं, वहीं सत्ताधारी गठबंधन को इस पर गंभीर विचार करना होगा। 2025 के विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही इस प्रस्ताव की राजनीतिक अहमियत और बढ़ सकती हैं।

Leave a comment