जदयू (जनता दल यूनाइटेड) की अक्टूबर के पहले हफ्ते में होने वाली राज्य कार्यकारिणी की बैठक में "मिशन 2025" को विस्तार देने पर चर्चा होगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा, जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 के विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी शामिल हैं।
पटना: जदयू अक्टूबर के पहले हफ्ते में अपने 'मिशन 2025' को विस्तार देने के लिए राज्य कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करेगा। यह बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में होगी, जिसमें अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कई प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। हाल ही में जदयू ने प्रदेश पदाधिकारियों और विधानसभा प्रभारियों की संयुक्त बैठक की थी और अब राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक हो रही है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी संबोधन संभव है। बैठक में मुख्य रूप से यह तय किया जाएगा कि जदयू किन मुद्दों और एजेंडों को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में जनता के बीच जाएगी। पार्टी का फोकस चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने और जनता के बीच अपने विकास कार्यों और नीतियों को प्रभावी ढंग से पेश करने पर होगा।
नीतीश कुमार की बदलेगी किस्मत
जदयू के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य कार्यकारिणी की बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह लिया जाएगा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव से संबंधित सभी प्रकार के निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया जाएगा, जिससे चुनावी रणनीति और फैसलों पर उनका अंतिम नियंत्रण हो। यह निर्णय नीतीश कुमार की नेतृत्व क्षमता और पार्टी में उनके प्रति विश्वास को दर्शाता हैं।
पार्टी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति को बढ़ाने की योजना बना रही है। इसके तहत, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विभिन्न क्षेत्रों में पार्टी के पदाधिकारियों के नेतृत्व में वॉट्सएप ग्रुप्स प्रभावी ढंग से काम कर रहे हों। इन ग्रुप्स से जुड़े लोगों की संख्या, उनके बीच नियमित संवाद, और पार्टी के संदेशों का प्रसार सुनिश्चित करना भी प्राथमिकताओं में शामिल है, ताकि जदयू युवाओं और डिजिटल रूप से सक्रिय मतदाताओं के साथ अधिक प्रभावी ढंग से जुड़ सके।
लोगों को डिजिटल मोड़ में देंगे नीतीश कुमार की पार्टी की जानकारी
जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में इस बात पर भी विशेष चर्चा होगी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में किए गए कार्यों को लोगों तक डिजिटल माध्यमों के जरिए कैसे पहुंचाया जाए। इसका उद्देश्य सरकार की उपलब्धियों, जैसे रोजगार के अवसरों, उद्यमिता के प्रोत्साहन और विकास योजनाओं को जनता के बीच प्रभावी ढंग से प्रचारित करना हैं।
बैठक में विधानसभा प्रभारियों को उनके प्रभार क्षेत्र में सक्रिय रहने की दिशा में भी निर्देश दिए जाएंगे। जदयू इस बात पर विशेष रूप से जोर देगी कि पार्टी की युवाओं के बीच मजबूत पैठ बने। इसके लिए एक योजना तैयार की जाएगी, जिसमें युवाओं को नियमित रूप से बताया जाएगा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में कितने लोगों को नौकरी मिली और उद्यमिता को किस तरह से बढ़ावा दिया गया।