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BSF Raising Day: बीएसएफ का गौरवशाली सफर! 60वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी और राहुल गांधी ने दी शुभकामनाएं

BSF Raising Day: बीएसएफ का गौरवशाली सफर! 60वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी और राहुल गांधी ने दी शुभकामनाएं
अंतिम अपडेट: 01-12-2024

बीएसएफ स्थापना दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। 1965 में स्थापित यह बल 15,000 किलोमीटर से अधिक भारत की सीमाओं की सुरक्षा करता है। पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने बीएसएफ के योगदान की सराहना की।

BSF Raising Day: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपना 60वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया। इस खास मौके पर देश के शीर्ष नेताओं ने बीएसएफ जवानों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे तक, सभी ने सीमा पर तैनात बहादुर जवानों के साहस और समर्पण की सराहना की। बीएसएफ, जिसे 1965 में स्थापित किया गया था, देश की सीमाओं की रक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए जानी जाती है। यह बल न केवल सीमाओं की सुरक्षा करता है, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

पीएम मोदी ने की बीएसएफ की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर बीएसएफ जवानों की तस्वीरें साझा कीं और उन्हें स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "बीएसएफ साहस, समर्पण और असाधारण सेवा का प्रतीक है। यह बल हमारी रक्षा की एक मजबूत दीवार के रूप में खड़ा है। उनकी सतर्कता और वीरता से राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूती मिलती है।" पीएम मोदी ने बीएसएफ की प्रतिबद्धता को राष्ट्र के लिए एक प्रेरणा बताया।

राहुल गांधी का सलाम

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बीएसएफ के जवानों को सलाम करते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "बीएसएफ स्थापना दिवस पर मैं सभी बहादुर कर्मियों को हार्दिक बधाई देता हूं और उन्हें सलाम करता हूं, जो हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। आपकी अटूट प्रतिबद्धता, साहस, सेवा और बलिदान हमें हर दिन प्रेरित करते हैं। जय हिंद।" राहुल गांधी ने अपने संदेश में बीएसएफ की भूमिका को राष्ट्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

मल्लिकार्जुन खरगे का संदेश

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों को दिल से सलाम करते हुए उनके साहस और बलिदान की प्रशंसा की। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "बीएसएफ हमारी सुरक्षा की पहली पंक्ति है। उनके साहस और बलिदान पर हमें गर्व है। सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उनकी भूमिका अद्वितीय है। एक राष्ट्र के रूप में हम उनके बलिदानों के लिए हमेशा आभारी हैं।"

अमित शाह ने जवानों को दी बधाई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस अवसर पर बीएसएफ जवानों को बधाई दी। उन्होंने कहा, "बीएसएफ के जवानों और उनके परिवारों को स्थापना दिवस की बधाई। बीएसएफ के सैनिकों ने भारत के सम्मान और महत्वाकांक्षाओं की पूरी मजबूती के साथ रक्षा की है और इसके लिए जान की बाजी लगाने से कभी पीछे नहीं हटे। उनकी वीरता और बलिदान प्रेरणा का अटूट स्रोत हैं।" शाह ने उन बहादुरों को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का अभिवादन

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी इस अवसर पर बीएसएफ के जवानों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, "राष्ट्र की सीमाओं के सजग प्रहरी सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर बल के सभी जवानों और अधिकारियों का हार्दिक अभिवादन। युद्ध और शांति काल के दौरान देश को सुदृढ़ बनाने में बीएसएफ ने अतुलनीय भूमिका निभाई है।" बिरला ने उन बहादुर शहीदों को भी याद किया, जिन्होंने कर्तव्य पालन करते हुए राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।

बीएसएफ का इतिहास और जिम्मेदारी

बीएसएफ की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को की गई थी। इसे भारत की 6,386.36 किलोमीटर लंबी पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमा की रक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए बनाया गया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है। बीएसएफ न केवल सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाता है, बल्कि शांति काल में भी अपनी सेवाएं प्रदान करता है। यह बल देश के दुर्गम, चुनौतीपूर्ण और दूरदराज के इलाकों में तैनात रहता है और अपने कर्तव्य के प्रति पूरी निष्ठा से काम करता है।

बीएसएफ का संकल्प

बीएसएफ ने अपने 60वें स्थापना दिवस पर एक्स पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "हम सीमा प्रहरी राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दुहराते हैं। 'जीवनपर्यन्तकर्त्तव्य' के ध्येय वाक्य के साथ हर सीमा प्रहरी अपने कर्तव्यों के प्रति पूर्ण समर्पण से कटिबद्ध है।" बीएसएफ का यह संकल्प बल की गहरी प्रतिबद्धता और कर्तव्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

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