बुलंदशहर रोड पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। बता दें एक मैक्स पिकअप और प्राइवेट बस आपस में टकरा गए। हादसे में मारे गए सभी लोग अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील के गांव रायपुर खास अहिर नगला के रहने वाले हैं।
बुलंदशहर: शिकारपुर-बुलंदशहर रोड पर आज यानी रविवार (18 अगस्त) सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें 8 लोगों की जान चली गई और 21 लोग घायल हो गए। यह हादसा एक मैक्स पिकअप और एक प्राइवेट बस के बीच टक्कर के कारण हुआ। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही आठ लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील के गांव रायपुर खास अहिर नगला के रहने वाले हैं।
सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसे में घायल हुए 21 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुटी हुई है। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही हैं।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस ने जानकारी के आधार पर बताया कि अलीगढ़ जनपद की अतरौली तहसील के गांव रायपुर खास अहिर नगला के 40 से अधिक लोग गाजियाबाद से अलीगढ़ जा रहे थे। ये सभी लोग गाजियाबाद के बुलंदशहर रोड बी-10 स्थित बिरटानिया डेल्टा फूड कंपनी में नौकरी करते थे। रविवार की सुबह सभी लोग मैक्स पिकअप गाड़ी में सवार होकर गाजियाबाद से अपने घर के लिए निकले थे। तभी सलेमपुर थाना क्षेत्र में सामने से आ रही एक प्राइवेट बस ने पिकअप को टक्कर मार दी।
बताया कि इस भीषण हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी में दम तोड़ दिया। इसके साथ ही 21 लोग घायल हुए हैं। मरने वाले और घायल सभी पिकअप में सवार थे। सूचना मिलते ही सरकारी एंबुलेंस दुर्घटना स्थल पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल लेकर आई।
घायलों का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी पहुंचे अस्पताल
जिलाधिकारी चन्द्रप्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचकर घायलों का हाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। घटना में मरने वाले लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि मरने वालों और घायलों की सूची तैयार की जा रही है। घायल मुनेश ने बताया कि सोमवार को रक्षाबंधन है। इसलिए सभी लोग त्योहार मनाने के लिए एक साथ गांव जा रहे थे।