छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया। सोमवार दोपहर, नक्सलियों ने मुठभेड़ के बाद लौट रहे जवानों के पिकअप वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया, जिसमें जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के सात जवानों के शहीद होने की सूचना है।
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलियों ने एक बड़ा हमला किया। सोमवार दोपहर को नक्सलियों ने उस समय जवानों के पिकअप वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया, जब वे नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद लौट रहे थे। इस हमले में सात जवानों के बलिदान होने की खबर है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। घटनास्थल पर सुरक्षाबलों की एक टीम भेजी गई है।
नारायणपुर से लौट रहे थे जवान
यह वारदात बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में हुई है। रविवार को नारायणपुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद जवान वहां से लौट रहे थे। इस मुठभेड़ में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए थे। सन्नू कारम एक आत्मसमर्पित नक्सली थे, जिन्होंने 2017 में समर्पण किया था और 2019 में डीआरजी में शामिल हुए थे। वे लगातार कई मुठभेड़ों में हिस्सा लेते रहे थे।
नक्सलियों के शव मिले
मुठभेड़ के बाद, पुलिस को पांच नक्सलियों के शव मिले हैं, जिनमें दो महिला नक्सलियों के शव भी शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि मारे गए नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) के वरिष्ठ कैडर के सदस्य हो सकते हैं। इसके अलावा, घटनास्थल से एके-47 राइफल, सेल्फ लोडिंग रायफल और अन्य अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए हैं।
चार जिलों की संयुक्त टीमें अभियान में शामिल
नक्सलियों की पहचान की जा रही है। इस अभियान में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के साथ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीमें दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में ऑपरेशन चला रही हैं। सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं, जिससे नक्सली बौखलाए हुए हैं और कायराना हमलों का सहारा ले रहे हैं।
नक्सलियों का कायराना हमला
नक्सलियों द्वारा किए गए इस हमले के बाद सुरक्षाबलों की एक टीम तुरंत घटनास्थल पर भेजी गई है। पिछले कुछ दिनों से सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ बड़े स्तर पर ऑपरेशन चला रहे हैं, और इस हमले से यह साफ है कि नक्सली इन ऑपरेशनों से बौखलाए हुए हैं। उल्लेखनीय है कि 2010 में नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ जवानों से भरी एक गाड़ी को उड़ा दिया था, जिसमें 75 जवान शहीद हो गए थे।