COVID-19 Update: भारत में HMPV के दो मामले सामने आए, क्या यह COVID-19 जैसी महामारी का रूप ले सकता है?

COVID-19 Update: भारत में HMPV के दो मामले सामने आए, क्या यह COVID-19 जैसी महामारी का रूप ले सकता है?
Last Updated: 1 दिन पहले

COVID-19: कोरोना महामारी के बाद अब एक नया वायरस भारत में चिंता का कारण बन रहा है। यह वायरस है HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस), जो कि चीन में पहले ही आतंक मचा चुका है। अब भारत में भी इसके दो मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों में हलचल मच गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कर्नाटक में इस वायरस के दो मामलों की पुष्टि की है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह वायरस COVID-19 की तरह एक बड़ी महामारी का रूप ले सकता है? इस लेख में हम जानेंगे कि HMPV क्या है, इसके लक्षण क्या हैं, और क्या यह वायरस COVID-19 जैसा खतरनाक हो सकता हैं।

HMPV वायरस क्या है यह नया खतरा?

HMPV एक रेस्पिरेटरी वायरस है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों और एयरवेज को प्रभावित करता है। इसे पहली बार साल 2001 में नीदरलैंड्स में पहचाना गया था और तब से यह वायरस दुनिया भर में फैल चुका है। इस वायरस के बारे में बात करते हुए, NIIMS मेडिकल कॉलेज, ग्रेटर नोएडा की कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रेनू सोनी ने बताया, "HMPV छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।

यह सामान्य सर्दी के लक्षणों से लेकर गंभीर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन्स जैसे ब्रोंकियोलाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है।"

क्या HMPV COVID-19 के जैसा खतरनाक हो सकता है?

HMPV के बारे में बात करते हुए, कई विशेषज्ञ इसे COVID-19 के समान खतरनाक मान रहे हैं। हालांकि, दोनों वायरस अलग-अलग वायरल परिवारों से संबंधित हैं, लेकिन इनमें कुछ समानताएं हैं।

समानताएं

•    रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन: जैसे COVID-19, HMPV भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है, जिससे हल्के से लेकर गंभीर इन्फेक्शन हो सकते हैं।
•    ट्रांसमिशन: दोनों वायरस रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स (सांस की बूंदें) और दूषित सतहों के संपर्क से फैलते हैं।
•    लक्षण: HMPV और COVID-19 दोनों में बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ और घरघराहट जैसे लक्षण होते हैं।
•    जोखिम समूह: जैसे COVID-19 में बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को अधिक खतरा था, वैसे ही HMPV भी इन वर्गों के लिए अधिक खतरनाक हैं।

HMPV के लक्षण कैसे पहचानें?

•    HMPV के लक्षण COVID-19 से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं। इसके लक्षणों में शामिल हैं।
•    बुखार
•    खांसी
•    गले में खराश
•    सांस लेने में तकलीफ
•    घरघराहट
•    नाक बहना

यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है और यह वायरस इन्हें गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकता है, जैसे ब्रोंकियोलाइटिस और निमोनिया।

भारत में HMPV के मामले सरकार की प्रतिक्रिया

भारत में HMPV के दो मामले कर्नाटक से सामने आए हैं, जिसे लेकर ICMR ने पुष्टि की है। इस वायरस के सामने आने के बाद से सरकार ने एहतियाती कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर में रेस्पिरेटरी बीमारियों की निगरानी बढ़ा दी है और इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं।

वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर उन लोगों से जो पहले से ही किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या दिल की बीमारियां। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, हाथ धोना और स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण हैं।

HMPV का इलाज और वैक्सीनेशन: क्या उपाय हैं?

जहां COVID-19 के लिए प्रभावी वैक्सीन्स उपलब्ध हैं, वहीं HMPV के लिए वर्तमान में कोई टीका नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, HMPV के लिए एंटीवायरल ट्रीटमेंट भी सीमित हैं। सामान्यत: इसके इलाज में supportive care (समर्थन उपचार) दिया जाता है, जैसे कि बुखार कम करने की दवाइयाँ, सांस की तकलीफ को कम करने के लिए चिकित्सा और पर्याप्त आराम।

वहीं, HMPV के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों ने हाइजीन को प्राथमिकता दी है। लोगों को बार-बार हाथ धोने, मास्क पहनने और छींकते या खांसते समय मुंह और नाक ढकने की सलाह दी गई हैं।

HMPV के बारे में अंतिम विचार

HMPV के दो मामले भारत में सामने आने के बाद से स्वास्थ्य अधिकारियों ने सावधानी बरतने की अपील की है। हालांकि यह वायरस COVID-19 जैसा नहीं है, लेकिन इसके फैलने की गति और बच्चों पर इसके प्रभाव को देखते हुए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। सरकार और स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तत्पर हैं और इसके लिए सभी संभावित उपायों को लागू कर रहे हैं।

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