भारत-मालदीव संबंधों में नई शुरुआत, मुइज्जू का भारत दौरा, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की पहल

भारत-मालदीव संबंधों में नई शुरुआत, मुइज्जू का भारत दौरा, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की पहल
Last Updated: 1 दिन पहले

मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आएंगे। 8 जनवरी को वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। इसके बाद मौमून गोवा और मुंबई भी जाएंगे। बातचीत में द्विपक्षीय मुद्दे शामिल होंगे।

World: मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून बुधवार से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरे का उद्देश्य भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। राष्ट्रीय राजधानी में मौमून कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और 8 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ व्यापक वार्ता करेंगे।

चीन समर्थक रुख के बाद बदले हालात

मालदीव के मंत्री की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने नवंबर 2023 में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद यह कदम उठाया था। इसके बाद द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आ गया था। हालांकि, अक्टूबर 2024 में दिल्ली यात्रा के दौरान मुइज्जू ने भारत के साथ संबंध सुधारने की बात कही थी।

किन मुद्दों पर होगी चर्चा?

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा होगी:

- राष्ट्रीय रक्षा बलों की क्षमता बढ़ाने पर सहयोग
- रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, ट्रेनिंग और संयुक्त अभ्यास पर चर्चा
- रक्षा परियोजनाओं और द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा

रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया कि मालदीव, भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।

गोवा और मुंबई का दौरा

मालदीव के रक्षा मंत्री अपने दौरे के दौरान गोवा और मुंबई भी जाएंगे। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है। पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत और मालदीव के संबंध मजबूत हुए थे।

चीन समर्थक झुकाव और द्विपक्षीय संबंध

मुइज्जू के शपथ ग्रहण के कुछ घंटों के भीतर, उन्होंने भारत से अपने सैन्य कर्मियों की वापसी की मांग की थी। इसके बाद भारतीय सैन्य कर्मियों का स्थान नागरिक कर्मियों ने ले लिया। लेकिन दिल्ली यात्रा के बाद रिश्तों में सुधार के संकेत मिलने लगे हैं।

भारत-मालदीव संबंधों की नई दिशा

दोनों देश आईओआर (हिंद महासागर क्षेत्र) की सुरक्षा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इस क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (SAGAR) के दृष्टिकोण को साकार करने में यह संबंध अहम भूमिका निभाएगा।

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