आप ने अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाकर ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक राह को आसान बना दिया है। ममता पहले ही यह मांग कर चुकी हैं कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व उनके हाथों में सौंपा जाए। इस कदम से कांग्रेस के लिए नई चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जबकि ममता को अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिल सकता है।
INDIA Alliance Split: आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ा दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कांग्रेस नेता अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस ने माकन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो पार्टी इंडिया ब्लॉक के अन्य दलों से बातचीत करके कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने का प्रयास करेगी।
संजय सिंह का बयान
संजय सिंह ने माकन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को देश विरोधी कहा है। उन्होंने कांग्रेस से मांग की कि माकन के खिलाफ 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की जाए, नहीं तो AAP इंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं से बात करके कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने का प्रयास करेगी।
अजय माकन का बयान
अजय माकन ने कहा था कि "अरविंद केजरीवाल को समर्थन देना और गठबंधन करना एक गलती थी। केजरीवाल की कोई विचारधारा नहीं है, वे राष्ट्र विरोधी हैं।" इस बयान ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच संबंधों में और तनाव पैदा किया है।
कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर चुकी है AAP
आम आदमी पार्टी ने पहले ही दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। 2020 में पंजाब विधानसभा चुनाव में, AAP ने कांग्रेस को हराकर सत्ता में प्रवेश किया था। दिल्ली में भी पार्टी ने कांग्रेस को काफी कमजोर किया है। AAP का यह रवैया कांग्रेस के लिए एक नई चुनौती हो सकता है, खासकर 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले।
TMC को नेतृत्व सौंपने की मांग
AAP के इस बयान से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फायदा हो सकता है। ममता बनर्जी पहले ही यह मांग कर चुकी हैं कि इंडिया गठबंधन की कमान उन्हें सौंप दी जाए। AAP द्वारा कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने की मांग ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक दृष्टिकोण से एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है, जिससे उनकी स्थिति मजबूत हो सकती है।