Delhi Blast: दिल्ली के जिस क्षेत्र को दहशत में डालने की बनाई थी योजना, जाने वहां की स्थिति,वायरल हुई तस्वीरें

Delhi Blast: दिल्ली के जिस क्षेत्र को दहशत में डालने की बनाई थी योजना, जाने वहां की स्थिति,वायरल हुई तस्वीरें
Last Updated: 21 अक्टूबर 2024

प्रशांत विहार में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के बाहर रविवार को हुए धमाके ने दिल्ली को दहशत में डाल दिया। इस घटना के बाद स्कूल के अभिभावक, स्थानीय निवासी और दुकानदार सभी भयभीत हो गए हैं। इस स्थिति में, सभी लोग स्कूल के आसपास और अन्य स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही, पुलिस गश्त बढ़ाने की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है।

New Delhi: प्रशांत विहार के जिस इलाके में रविवार को ब्लास्ट हुआ था वहां आज सोमवार को हालात सामान्य हैं, लेकिन लोगों में डर का माहौल है। कल प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के बाहर धमाके के बाद आज स्कूल के बाहर सीआरपीएफ के जवान और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं। सुरक्षा के बीच बच्चों को स्कूल भेजा जा रहा है।

स्कूल के बाहर दोनों सड़कों पर वाहनों की आवाजाही जारी है। सीआरपीएफ स्कूल के समीप स्थित लांसर पब्लिक स्कूल में पहले की तुलना में आज कम छात्र उपस्थित हैं। स्कूल के कैब चालक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि वह रोजाना 20 छात्रों को लेकर लांसर पब्लिक स्कूल आते हैं, लेकिन आज केवल 7 छात्र ही आए हैं। दूसरी ओर, कैब चालक इंदरजीत सिंह ने बताया कि वह भी लांसर पब्लिक स्कूल के छात्रों को लेकर आते हैं। पहले रोजाना 7 छात्र आते थे, लेकिन आज केवल 3 ही छात्र आए हैं। सीआरपीएफ स्कूल के सामने सभी दुकाने बंद हैं, जबकि आसपास की दुकाने खुली हुई हैं।

रविवार को स्कूल की छुट्टी से टला एक बड़ा हादसा

सूचना के अनुसार, रविवार को स्कूल बंद होने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास जहां बम धमाका हुआ, वहां से कुछ ही दूरी पर एक और निजी स्कूल है। इन दोनों स्कूलों में मिलाकर छह हजार से अधिक छात्र पढ़ते हैं, जो प्रतिदिन सुबह स्कूल वैन, बस और अपने-अपने वाहनों के माध्यम से स्कूल आते हैं। इस स्थिति में, सुबह के समय स्कूल के पास गाड़ियों की लंबी कतारें लगी होती हैं और बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर होते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह एक भाग्यशाली घटना रही कि यह हादसा स्कूल की छुट्टी वाले दिन हुआ, अन्यथा सामान्य दिनों में छात्रों के बीच भगदड़ मच सकती थी, जिससे एक बड़ा हादसा होने की संभावना बढ़ जाती।

जांच एजेंसियों को सतर्क रहने की आवश्यकता

दिल्ली पुलिस और सुरक्षा जांच एजेंसियों को इस घटना से सबक लेते हुए सतर्क रहना होगा। सीआरपीएफ के इस स्कूल में चार गेट मौजूद हैं। जहां यह विस्फोट हुआ, वह स्कूल के गेट नंबर एक से केवल कुछ कदम की दूरी पर स्थित है। इसी गेट से अधिकांश छात्रों का आना-जाना होता है।

200 मीटर की दूरी पर पुलिस बूथ

अभिभावकों के अनुसार, स्कूल में सुरक्षा के लिए कई जवान तैनात हैं, जो कि स्कूल के अंदर ही कार्यरत हैं। मुख्य गेट पर भी कई सुरक्षा गार्ड मौजूद रहते हैं। इसके अलावा, इस स्कूल से 200 मीटर की दूरी पर दिल्ली पुलिस का एक बूथ है। वहीं, लगभग 500 मीटर की दूरी पर प्रशांत विहार थाना और कुछ ही दूरी पर रोहिणी कोर्ट भी स्थित है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं का होना पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की असफलता को दर्शाता है। हालांकि, स्थानीय पुलिस का दावा है कि स्कूल के आसपास सुरक्षा को पहले से अधिक बढ़ा दिया गया है। ऐसे में, बच्चों को स्कूल आने-जाने में किसी प्रकार का खतरा नहीं है।

स्कूलों के पास बढ़ाई सुरक्षा

रविवार की शाम इस स्थान पर काफी संख्या में लोग एकत्र होते हैं। घटनास्थल के निकट डीडीए की मार्केट, फास्ट फूड और कई अन्य खाने-पीने की दुकानों की मौजूदगी है। यहां कई चीजों की प्रसिद्धि के कारण दूर-दूर से लोग खाने के लिए आते हैं। शनिवार और रविवार की शाम को यहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं, जो दुकानों से खाद्य सामग्री लेकर सड़कों के किनारे गाड़ियों में बैठकर या खड़े होकर भोजन करते हैं।

जहां धमाका हुआ, उसके पास भी कई गाड़ियां खड़ी होती हैं। दुकानदारों का कहना है कि सौभाग्य से यह हादसा सुबह हुआ। स्कूलों के पास सुरक्षा बढ़ाई गई है। रोहिणी, प्रशांत विहार, पीतमपुरा और आसपास के स्कूलों के क्षेत्र में सुरक्षा में इजाफा किया गया है। स्कूल प्रशासन ने निजी सुरक्षाकर्मियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, वहीं कई स्कूलों के आसपास लगे कैमरों की भी जांच की जा रही है।

खराब कैमरों को सुधारने का कार्य जारी है। इसके अलावा, पुलिस ने भी स्कूलों के आसपास सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। स्कूलों में तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ पुलिस समन्वय स्थापित कर रही है।

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