एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया शुरू की। पीएम मोदी और जेपी नड्डा को अधिकृत किया गया है। नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त है और मतदान 9 सितंबर को होगा।
Vice President Election: नई दिल्ली में गुरुवार को एनडीए संसदीय दल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया को लेकर फैसला लिया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को उम्मीदवार के चयन की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाए।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सभी दलों ने प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए निर्णय को स्वीकार करने की सहमति दी है। साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि एनडीए 12 अगस्त को अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। जेपी नड्डा इस समय राज्यसभा में सदन के नेता की भूमिका में भी हैं।
उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में तेजी
एनडीए की बैठक का उद्देश्य उपराष्ट्रपति पद के लिए समय पर और रणनीतिक रूप से मजबूत उम्मीदवार का चयन करना है। किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि इस निर्णय को एनडीए के सभी घटक दलों का समर्थन प्राप्त है। इसका मतलब है कि पीएम मोदी और नड्डा जिस नाम को तय करेंगे, उसे सभी दलों का समर्थन मिलेगा।
चुनाव कार्यक्रम और नामांकन प्रक्रिया
भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने उपराष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त तय की गई है। मतदान 9 सितंबर को होगा और इसी दिन मतगणना भी की जाएगी। यह चुनाव संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्यों द्वारा किया जाएगा। मतदान गुप्त रूप से होगा और इसमें एकल संक्रमणीय मत प्रणाली (Single Transferable Vote System) का उपयोग किया जाएगा।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुआ पद
यह चुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने त्यागपत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए लिखा कि वे चिकित्सीय सलाह का पालन करते हुए स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देना चाहते हैं। उनका इस्तीफा संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत स्वीकार किया गया है।
विपक्ष की रणनीति भी जल्द सामने आने की संभावना
जहां एक ओर एनडीए अपने उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया में आगे बढ़ चुका है, वहीं विपक्षी दल भी अपने संभावित उम्मीदवार पर विचार-विमर्श कर सकते हैं। आने वाले दिनों में विपक्ष की ओर से भी कोई मजबूत प्रत्याशी सामने लाया जा सकता है। हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
निर्वाचक मंडल की भूमिका और प्रक्रिया
भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के सभी निर्वाचित और नामांकित सदस्य शामिल होते हैं। यह चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार होता है और मतदाता गुप्त मतदान के माध्यम से अपना वोट देते हैं।
चुनाव आयोग ने निर्वाचक मंडल की सूची को अंतिम रूप दे दिया है। उपराष्ट्रपति के कार्यकाल की समाप्ति से पहले ही चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाती है ताकि देश के संवैधानिक पदों पर कोई शून्यता न रहे।
एनडीए के भीतर संभावित नामों की चर्चा
हालांकि एनडीए की ओर से अभी तक किसी नाम की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में कई नामों की चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि उम्मीदवार का चयन सामाजिक प्रतिनिधित्व, राजनीतिक अनुभव और गठबंधन की एकता जैसे कारकों को ध्यान में रखकर किया जाएगा।