हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। विज के हालिया बयानों और सक्रिय राजनीति के बीच यह बैठक हरियाणा की सियासत में नई चर्चा और अटकलों को जन्म दे रही है।
New Delhi: हरियाणा की राजनीति में इन दिनों बिजली मंत्री अनिल विज के तेवर सुर्खियों में हैं। रविवार को उन्होंने नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसे भले ही शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है, लेकिन विज के हालिया बयानों और राजनीतिक गतिविधियों को देखते हुए यह मीटिंग अहम मानी जा रही है।
गुरुग्राम कार्यक्रम से लौटते वक्त विज की दिल्ली यात्रा
अनिल विज रविवार को गुरुग्राम में आयोजित श्रमिक सम्मान एवं जागरूकता समारोह में शामिल हुए थे। इसके बाद वे सीधे दिल्ली पहुंचे और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। दोनों नेताओं की इस मुलाकात ने हरियाणा में चल रही राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है।
हालिया बयानों ने बढ़ाई हलचल
बीते दिनों अनिल विज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से “मिनिस्टर” शब्द हटाकर नया संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि वे अपनी पहचान पद से नहीं बल्कि नाम से बनाना चाहते हैं। इस बयान ने हरियाणा की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दिया।
इसके अलावा विज ने अंबाला छावनी में समानांतर भाजपा चलाने का आरोप भी लगाया था। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाया था कि उन्हें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए। इन बयानों ने उनके पार्टी के भीतर के रिश्तों को लेकर कई अटकलें खड़ी कर दीं।
वरिष्ठता और नेतृत्व की दावेदारी
अनिल विज की एक वीडियो भी हाल ही में वायरल हुई थी जिसमें वे खुद को भाजपा का सबसे वरिष्ठ नेता बताते हुए कह रहे थे कि मुख्यमंत्री पद की दावेदारी वे कभी भी कर सकते हैं। इस बयान के बाद हरियाणा की सियासत और गर्म हो गई थी।
हालांकि इसके बाद विज ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ संयुक्त मुलाकात भी की थी। उस बैठक के बाद तीनों नेताओं की मुस्कुराती तस्वीरें भी सामने आईं, जिसने यह संदेश देने की कोशिश की कि पार्टी में सबकुछ सामान्य है।
विज की छवि और राजनीतिक स्टाइल
अनिल विज अपनी बेबाक टिप्पणियों और अलग अंदाज की राजनीति के लिए जाने जाते हैं। वे अक्सर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई और संगठन के भीतर उठाए गए सवालों को लेकर चर्चा में रहते हैं। इसी कारण उनकी हर गतिविधि पर मीडिया और विपक्ष की नजर रहती है।
नड्डा से मुलाकात के मायने
जेपी नड्डा और अनिल विज की पुरानी मित्रता किसी से छिपी नहीं है। हालांकि पार्टी की ओर से यह साफ नहीं किया गया कि मुलाकात के दौरान हालिया घटनाक्रम या सोशल मीडिया पोस्ट पर चर्चा हुई या नहीं। लेकिन माना जा रहा है कि विज ने अपनी स्थिति और विचारों को पार्टी अध्यक्ष के सामने रखा होगा।
हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण?
हरियाणा में आने वाले चुनावों से पहले विज की सक्रियता और उनके बयानों ने पार्टी कार्यकर्ताओं और विपक्ष दोनों को सतर्क कर दिया है। उनकी नड्डा से हुई मुलाकात इस बात का संकेत हो सकती है कि वे अपने मुद्दों और विचारों को सीधे शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाना चाहते हैं।