दिल्ली पुलिस ने शारदा इंस्टीट्यूट मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती को आगरा से गिरफ्तार किया। उन पर छात्राओं से छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों का आरोप है। गिरफ्तारी होटल से हुई, जबकि आगरा पुलिस चुप्पी साधे है।
New Delhi: दिल्ली पुलिस ने बसंत कुंज स्थित शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी को आगरा से गिरफ्तार कर लिया। देर रात हुई इस कार्रवाई ने पूरे प्रबंधन संस्थान और उसके छात्रों को चौंका दिया है। हालांकि आगरा पुलिस ने अभी तक इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन होटल के स्टाफ और रजिस्टर से गिरफ्तारी की जानकारी की पुष्टि हो रही है।
आरोपों की शुरुआत
चैतन्यानंद सरस्वती पर संस्थान में पढ़ रहीं पीजी डिप्लोमा की छात्राओं ने छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया था। इन गंभीर आरोपों के बाद प्रबंधन ने चार अगस्त को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया और उनकी तलाश शुरू कर दी।
लोकेशन से मिली सुराग
पुलिस को कुछ दिन पहले उनकी लोकेशन आगरा में मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सक्रिय हुई और उनकी गिरफ्तारी की योजना बनाई। आरोपित के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था ताकि वे देश छोड़कर बाहर न जा सकें।
होटल में छिपा था मैनेजर
जानकारी के अनुसार, चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी शनिवार शाम ताजगंज क्षेत्र के फतेहाबाद रोड स्थित होटल फर्स्ट में पहुंचे थे। उन्होंने स्वामी पार्थसारथी के नाम से होटल के रजिस्टर में एंट्री कराई और कमरा नंबर 101 में ठहरे। होटल स्टाफ ने बताया कि उन्होंने रेस्टोरेंट से खाना मंगाया लेकिन किसी से मुलाकात नहीं की।
गिरफ्तारी की कार्रवाई
शनिवार देर रात करीब तीन बजे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम होटल पहुंची। टीम ने पहले होटल का रजिस्टर चेक किया और उसके बाद सीधे कमरा नंबर 101 में पहुंची। वहां करीब 15 मिनट तक पूछताछ चली। इसके बाद पुलिस उन्हें उनके सामान के साथ अपने साथ ले गई।
आगरा पुलिस की चुप्पी
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई की आगरा पुलिस ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। ताजगंज थाने के इंस्पेक्टर जसवीर सिंह सिरोही ने कहा कि उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। हालांकि होटल स्टाफ और रिकॉर्ड से यह साफ हो गया है कि गिरफ्तारी हुई है।
संस्थान पर असर
शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च इस समय विवादों के घेरे में है। जिन छात्राओं ने शिकायत की थी, उनका कहना है कि उन्हें सुरक्षित माहौल में पढ़ाई करनी चाहिए थी, लेकिन प्रबंधन की जिम्मेदारी निभाने वाले व्यक्ति पर ही आरोप लगने से उनकी चिंता बढ़ गई है। संस्थान अब दबाव में है कि वह छात्रों और अभिभावकों का भरोसा कैसे वापस हासिल करेगा।