Columbus

Delhi Chunav 2025: दिल्ली चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में मंथन, संगठन में नए चेहरों को मिलेगी जगह, जानिए पूरा समीकरण 

Delhi Chunav 2025: दिल्ली चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में मंथन, संगठन में नए चेहरों को मिलेगी जगह, जानिए पूरा समीकरण 
अंतिम अपडेट: 11-02-2025

कांग्रेस दिल्ली में संगठन को मजबूत करने के लिए बदलाव करेगी। युवाओं को प्राथमिकता मिलेगी, निष्क्रिय प्रकोष्ठ सक्रिय होंगे, अनुशासन सख्त होगा और बूथ स्तर पर पार्टी जमीनी काम शुरू करेगी।

Delhi Chunav: लगातार तीन विधानसभा चुनावों में खाता खोलने में नाकाम रही कांग्रेस अब दिल्ली में संगठन का पुनर्गठन करने जा रही है। पार्टी नेतृत्व ने चुनावी नतीजों की समीक्षा के बाद कई बड़े फैसले लेने की योजना बनाई है, जिससे पार्टी को दोबारा मजबूती मिल सके।

ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक होगा बदलाव

कांग्रेस पार्टी दिल्ली में जमीनी स्तर पर संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की योजना बना रही है। ब्लॉक और जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक बड़े बदलाव किए जाएंगे। पार्टी में युवा नेताओं और समर्पित कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

निष्क्रिय प्रकोष्ठ होंगे सक्रिय

कांग्रेस अपने निष्क्रिय प्रकोष्ठों को दोबारा सक्रिय करेगी। संगठन के वे हिस्से जो लंबे समय से निष्क्रिय पड़े थे, उन्हें फिर से काम में लगाया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को अधिक जिम्मेदारी दी जाएगी, जिससे संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूती मिले।

बयानबाजी पर लगेगी रोक

प्रदेश नेतृत्व ने पार्टी हित में कड़े फैसले लेने का मन बना लिया है। पार्टी नेताओं की अनावश्यक और विवादित बयानबाजी पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी। हाल ही में कांग्रेस प्रत्याशियों संदीप दीक्षित और मुदित अग्रवाल की बयानबाजी पर पार्टी ने नाराजगी जाहिर की थी। अब पार्टी ऐसे मामलों में सख्ती बरतेगी, जिससे कांग्रेस की छवि को नुकसान न पहुंचे।

बूथ स्तर पर शुरू होगी रणनीतिक तैयारी

कांग्रेस आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए अभी से बूथ स्तर पर अपनी रणनीति को मजबूत कर रही है। पार्टी का लक्ष्य है कि हर बूथ पर अपनी पकड़ को मजबूत किया जाए, जिससे आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।

त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस की मजबूती

कांग्रेस का मानना है कि इस चुनाव में उसने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था। कई सीटों पर कांग्रेस के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है, जो पार्टी के लिए सकारात्मक संकेत है। कांग्रेस को भरोसा है कि भविष्य में आम आदमी पार्टी कमजोर होगी, जिससे अल्पसंख्यक और मुस्लिम वोट कांग्रेस की ओर लौट सकते हैं।

प्रदेश कांग्रेस में होंगे यह बड़े सुधार

दिल्ली कांग्रेस को मजबूती देने के लिए पार्टी कई अहम सुधारों पर विचार कर रही है:

- पार्टी प्रभारी और सह-प्रभारी ऐसे होने चाहिए जो संगठन को मजबूत करने का काम करें।
- टिकट वितरण में पारदर्शिता लाई जाएगी, जिससे पूर्व विधायकों और उनके परिवार के बजाय मेहनती कार्यकर्ताओं को मौका मिले।
- संगठन के कामकाज में योगदान देने वाले नेताओं का उचित मूल्यांकन किया जाएगा।
- सेवा दल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तर्ज पर कांग्रेस का मजबूत आधार बनाने की योजना बनाई जाएगी।
- कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश इकाइयों की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव का बयान

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा,
"इस बार हमने पार्टी की नींव को फिर से मजबूत किया है। अब इस पर एक मजबूत इमारत खड़ी की जाएगी। आलाकमान से राय-मशविरा कर पार्टी अपनी तमाम खामियों को दूर करेगी और अगले चुनाव में भाजपा से सीधा मुकाबला करेगी। हमारी रणनीति साफ है—दिल्ली में कांग्रेस की वापसी सुनिश्चित करनी है।"

Leave a comment