Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान, जानिए चुनावी कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल 

Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान, जानिए चुनावी कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल 
Last Updated: 1 दिन पहले

चुनाव आयोग ने 7 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित किया। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा, और 8 फरवरी को मतगणना होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव जरूरी हैं।

Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: चुनाव आयोग ने मंगलवार, 7 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया। दिल्ली में सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, ऐसे में नई सरकार के गठन के लिए चुनाव 23 फरवरी से पहले कराए जाएंगे।

आदर्श आचार संहिता लागू

चुनाव आयोग के द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। अब चुनाव की अवधि तक सरकारी मशीनरी चुनाव आयोग के नियंत्रण में रहेगी। चुनाव परिणाम आने के बाद ही आचार संहिता हटेगी।

नई मतदाता सूची जारी

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 6 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की। नई सूची के अनुसार, इस बार दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में लगभग 7 लाख 38 हजार अधिक वोटर बढ़े हैं। वहीं, पिछले साढ़े छह महीने में लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में 3 लाख 22 हजार 922 वोटर बढ़े हैं।

चुनाव कार्यक्रम की प्रमुख तारीखें

गजट नोटिफिकेशन जारी: 10 जनवरी (शुक्रवार)
नॉमिनेशन की लास्ट डेट: 17 जनवरी (शुक्रवार)
नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी: 18 जनवरी (शनिवार)
नामांकन पत्र वापसी की तिथि: 20 जनवरी (शुक्रवार)
मतदान: 5 फरवरी (बुधवार)
मतगणना: 8 फरवरी (शनिवार)

दिल्ली में चुनावी मुद्दे

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कई महत्वपूर्ण मुद्दे सामने आए हैं जिनमें प्रमुख हैं

भ्रष्टाचार
प्रदूषण
बिजली-पानी
रोहिंग्या
बेरोजगारी
सरकारी योजनाएं
शराब घोटाला
झुग्गी-झोपड़ी

दिल्ली का चुनाव इस बार अलग

आम आदमी पार्टी (AAP) पिछले 11 वर्षों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज है। इस बार चुनाव और भी रोचक हो गया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी तीसरी बार लगातार जीत के लिए पूरी ताकत लगा रही है, जबकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी इस बार जीत की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, कांग्रेस भी अकेले चुनाव लड़ रही है और दोनों प्रमुख दलों – भाजपा और आम आदमी पार्टी – को निशाना बना रही है। इससे पहले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और आप ने गठबंधन किया था। इसके अलावा, बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी दिल्ली में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा

दिल्ली में चुनावी माहौल में बदलाव आया है क्योंकि आबकारी घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देकर आतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। भाजपा और कांग्रेस लगातार अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही हैं, खासकर आबकारी मामले और मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण को लेकर।

AAP की पिछली बंपर जीत

आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की थी। 2015 में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीती थीं, जबकि 2020 में पार्टी ने 62 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। दोनों चुनावों में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी, जबकि कांग्रेस 15 साल तक दिल्ली की सत्ता में थी।

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