देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। अब सबकी नजरें उनके कैबिनेट के गठन पर हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि फडणवीस अपने मंत्रिमंडल में कौन से नेताओं को स्थान देंगे।
Devendra Fadnavis New Cabinet: बीजेपी विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नीत महायुति के हजारों समर्थक शामिल हुए। यह कार्यक्रम विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित होने के दो सप्ताह बाद आजाद मैदान में आयोजित किया गया।
कैबिनेट बंटवारे पर बनी एक नई रणनीति
कैबिनेट के बंटवारे के लिए महायुति गठबंधन ने 6-1 के फार्मूले पर चर्चा की है, जिसमें 6 विधायक के लिए एक मंत्री पद तय किया जाएगा। इसके तहत बीजेपी को 20-22 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि एकनाथ शिंदे गुट को 12 और अजित पवार गुट को 9-10 मंत्री पद मिल सकते हैं। इस बंटवारे के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
बीजेपी से संभावित मंत्री पद के उम्मीदवार
बीजेपी की तरफ से जिन नेताओं को मंत्री बनाए जाने की संभावना है, उनमें देवेंद्र फडणवीस (मुख्यमंत्री), राधाकृष्ण विखे-पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, सुरेश खाडे, रवींद्र चव्हाण, मंगल प्रभात लोढ़ा और पंकजा मुंडे सहित कई अन्य नाम शामिल हैं। इन नेताओं का कैबिनेट में स्थान पक्का माना जा रहा है।
एकनाथ शिंदे गुट से संभावित मंत्री
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट से मंत्री पद के लिए संभावित नेताओं में गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौड़, उदय सामंत, तानाजी सामंत और दीपक केसरकर जैसे नाम सामने आ रहे हैं। इन नेताओं के कैबिनेट में शामिल होने की प्रबल संभावना है।
अजित पवार गुट से संभावित मंत्री
अजित पवार गुट से भी कई नेता मंत्री बनने की दौड़ में हैं। इनमें धनंजय मुंडे, दिलीप वाल्से-पाटिल, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ और धर्मराव अत्राम प्रमुख हैं। इन नेताओं को मंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर है।
कालीदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ
बीजेपी विधायक कालीदास कोलंबकर को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा के ‘प्रोटेम स्पीकर’ के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। वे आगामी तीन दिवसीय विशेष सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे, जो 9 दिसंबर को होगा। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस की सरकार विश्वास मत हासिल करेगी।
नवीन विधानसभा में विश्वास मत का सामना करेगी महायुति सरकार
नौ दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। इससे राज्य में राजनीतिक हलचल और तेज होने की संभावना है।