दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए दिल्ली नगर निगम (MCD) में 14 विधायकों को नामित किया है। यह नामांकन नगर निगम अधिनियम, 1957 की धारा 3(3)(बी) के तहत किया गया हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (MCD) को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने 14 विधायकों को नॉमिनेट किया है। इन विधायकों को नगर निगम अधिनियम 1957 की धारा 3(3)(बी) के तहत नामित किया गया है। इस पहल का उद्देश्य राजधानी में नागरिक सेवाओं को मजबूत करना, कचरा प्रबंधन को प्रभावी बनाना और शहरी विकास परियोजनाओं में तेजी लाना हैं।
MCD में विधायकों की भूमिका क्या होगी? जनता
विधानसभा अध्यक्ष के अनुसार, नॉमिनेटेड विधायकों का कार्य प्रशासनिक सुधार, बजट नियोजन और नगर निगम के विकास कार्यों में सहयोग करना होगा। इनका मुख्य फोकस होगा:
कचरा प्रबंधन में सुधार
नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना
प्रदूषण को कम करने के उपायों पर कार्य करना
साफ-सुथरे शहरी वातावरण को बढ़ावा देना
नामित किए गए विधायकों की सूची
1. अनिल कुमार शर्मा (आर.के. पुरम)
2. चंदन कुमार चौधरी (संगम विहार)
3. जितेंद्र महाजन (रोहतास नगर)
4. कर्नैल सिंह बस्ती (शकूर बस्ती)
5. मनोज कुमार शौकीन (नांगलोई जाट)
6. नीलम पहलवान (नजफगढ़)
7. प्रद्युम्न सिंह राजपूत (द्वारका)
8. प्रवेश रत्न पटेल (पटेल नगर)
9. राज कुमार भाटिया (आदर्श नगर)
10. राम सिंह नेताजी (बदरपुर)
11. रवि कांत त्रिलोकपुरी (त्रिलोकपुरी)
12. संजय गोयल (शाहदरा)
13. सुरेंद्र कुमार (गोकलपुर)
14. तरविंदर सिंह मरवाह (जंगपुरा)
MCD के सामने चुनौतियां और समाधान
दिल्ली में 2022 में तीन अलग-अलग नगर निगमों को एकीकृत कर एकल MCD बनाया गया था। इसके बावजूद, बजट की कमी, कचरा निपटान और सफाई कर्मचारियों के वेतन जैसे कई बड़े मुद्दे अब भी चुनौती बने हुए हैं। इन 14 विधायकों की नियुक्ति से इन समस्याओं के समाधान में तेजी आने की उम्मीद की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन 14 विधायकों की नॉमिनेशन से MCD के आगामी मेयर चुनाव में भी असर पड़ सकता हैं।
दिल्ली में राजनीतिक समीकरणों के मद्देनजर, MCD में सत्ता संतुलन बनाए रखने के लिए यह कदम अहम साबित हो सकता है। दिल्ली की MCD देश की सबसे बड़ी नगर निगम संस्थाओं में से एक है, जो सफाई, सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइट, पार्कों का रखरखाव और अन्य बुनियादी नागरिक सेवाओं का संचालन करती है। इस नई पहल से न केवल नगर निगम की कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि नागरिक सुविधाओं को भी नए आयाम मिलेंगे।