Haryana: हरियाणा में कांग्रेस की हार पर भड़के किसान नेता, भूपेंद्र हुड्डा पर किया तीखा हमला, उनकी बुद्धिमानी पर उठाये सवाल

Haryana: हरियाणा में कांग्रेस की हार पर भड़के किसान नेता, भूपेंद्र हुड्डा पर किया तीखा हमला, उनकी बुद्धिमानी पर उठाये सवाल
Last Updated: 13 अक्टूबर 2024

भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने हरियाणा में कांग्रेस की हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। चढूनी का कहना है कि हुड्डा का दृष्टिकोण सही नहीं है और वे किसानों के साथ समर्थन में खड़े होने में असफल रहे हैं।

Haryana Politics: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को कहा कि किसान नेताओं ने हरियाणा में कांग्रेस के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार किया था, लेकिन कांग्रेस इसका लाभ उठाने में असफल रही। संयुक्त संघर्ष पार्टी के संस्थापक गुरनाम सिंह चढूनी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि राज्य में कांग्रेस की हार का मुख्य कारण पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।

किसानों ने कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार किया - चढूनी

चढूनी ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा का सोचने का तरीका सही नहीं है। हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में जो माहौल बना, वह किसानों की मेहनत का परिणाम है, लेकिन पार्टी इससे उचित लाभ नहीं उठा सकी। उन्होंने भाजपा के दृष्टिकोण को दोहराने और किसानों के साथ खड़े होने में कांग्रेस की विफलता की आलोचना की। हुड्डा पर सीधा हमला करते हुए चढूनी ने कहा कि वह कांग्रेस की हार का मुख्य कारण हैं, क्योंकि उन्होंने किसी भी व्यक्ति के साथ समझौता नहीं किया और पार्टी ने सारी जिम्मेदारी उन पर थोप दी।

भूपेंद्र हुड्डा पर जोरदार हमला

पिछले दस वर्षों में भूपेंद्र हुड्डा की भूमिका पर बात करते हुए चढूनी ने यह दावा किया कि वह एक प्रभावी विपक्षी नेता के रूप में काम करने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान संघ ने विपक्ष की भूमिका निभाई, जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नहीं। चढूनी ने यह भी कहा कि यदि हुड्डा ने अभय चौटाला के साथ समझौता किया होता और उन्हें टिकट दिया होता, तो हरियाणा में उनकी पार्टी नौ सीटें जीत सकती थी।

किसान नेता ने दी चेतावनी

चढूनी ने कांग्रेस नेतृत्व को एक कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि कांग्रेस हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) का पद सुरक्षित करने का लक्ष्य रखती है, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भविष्य की जिम्मेदारियाँ नहीं सौंपी जानी चाहिए। चढूनी ने कहा, "मैं आपके माध्यम से कांग्रेस आलाकमान को यह संदेश देना चाहता हूं कि यदि आप विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) बनना चाहते हैं, तो कृपया हुड्डा को यह जिम्मेदारी सौंपें।"

हुड्डा पर जमकर बरसे किसान  

उन्हें आरोप है कि कांग्रेस और हुड्डा ने कई प्रमुख नेताओं को नजरअंदाज कर दिया है। किसान नेताओं के प्रति भी उन्होंने अनदेखी की। चढूनी ने कहा कि आम आदमी पार्टी, अभय चौटाला और मुझे भी दरकिनार किया गया, जबकि हमने उनकी सहायता की थी।

चढूनी ने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने कहा था कि चुनावों में किसान नेताओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने भी कहा था कि अगर पार्टी चुनावों के दौरान किसान नेताओं को शामिल करती है, तो यह उनके लिए लाभदायक होगा। इसके बावजूद, हुड्डा ने किसानों को नजरअंदाज कर दिया है। अब भगवान ने भी उन्हें दरकिनार कर दिया है।

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