हरियाणा डेरा सच्चा सौदा जगमालवाली के संत वकील साहिब (Sant Vakil Sahib) का बुधवार को देहांत हो गया। वे काफी लंबे समय से बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे। दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने आखरी सांस ली। वकील साहिब के निधन के बाद से डेरे की गद्दी को लेकर संतों के बीच विवाद शुरू हो गया हैं।
सिरसा: डेरा सच्चा सौदा जगमालवाली के संत वकील साहिब का बुधवार (३१ जुलाई) देर रात को देहांत हो गया। पिछले कई दिनों से अस्वस्थ होने के कारण वकील साहब दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे वकील साहिब ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। बता दें उनके निधन के कारण 3 से 4 अगस्त तक डेरा में होने वाले वार्षिक समागन (कार्यक्रम) को रद्द कर दिया गया है। बता दें इस डेरे की स्थापना गुरबख्श सिंह मैनेजर ने की थी। उनके मरने के बाद वकील साहिब को गद्दी हासिल हुई थी।
गद्दी को लेकर संतो के बीच विवाद
संत वकील साहिब के देहांत के बाद डेरे की गद्दी को लेकर संतो के बीच विवाद शुरू हो गया। बता दें गुरुवार सुबह 6:25 बजे वकील साहिब का पार्थिव शरीर डेरे में पहुंचा तो उनके ड्राइवर वीरेंद्र सिंह स्टेज पर ही विराजमान था। क्योकि वीरेंद्र सिंह वकील साहिब की तबियत खराब होने के बाद डेरे की कमान संभाल रहे थे। डेरे में पधारी संगत वीरेंद्र को स्टेज पर देखकर आग बबूला हो गई और जैसे ही संगत को यह पता चला कि डेरे की गद्दी वीरेंद्र सिंह को दी जा रही है तो संगत ने विरोध करना शुरू कर दिया और वीरेंद्र को पकड़कर मारना-पीटना शुरू कर दिया।
विवाद के दौरान गोलिया भी चली
हरियाणा डेरा सच्चा सौदा जगमालवाली में सांगत और संत वकील साहिब के ड्राइवर वीरेंद्र सिंह के बीच विवाद की स्थिति बिगड़ती हुई देखकर पुलिस ने वीरेंद्र को पकड़ गाड़ी में बैठाया। इसी बीच किसी व्यक्ति ने हवाई फायर कर दिया। उसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। बता दें वकील साहिब के देहांत की खबर सुनकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और यूपी से उनके आखरी दर्शन करने के लिए संगत का आगमन शुरू हो गया हैं।