एमिरेट्स NBD ने RBL बैंक में 60% हिस्सेदारी के लिए 26,850 करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की। प्रेफरेंशियल इश्यू और ओपन ऑफर के जरिए यह डील पूरी होगी। निवेश से बैंक की बैलेंस शीट मजबूत होगी और ग्लोबल सहयोग बढ़ेगा।
Business: यूएई की एमिरेट्स NBD बैंक ने भारतीय प्राइवेट बैंक RBL बैंक में बड़ा निवेश करने का फैसला किया है। इस डील की कीमत लगभग 26,850 करोड़ रुपये यानी करीब 3 अरब डॉलर है। इस निवेश के बाद एमिरेट्स NBD RBL बैंक में 60 फीसदी तक की हिस्सेदारी हासिल कर लेगी। यह किसी भारतीय प्राइवेट बैंक में अब तक का सबसे बड़ा क्रॉस-बॉर्डर निवेश होगा।
डील की घोषणा शनिवार को की गई, और इसे रेगुलेटरी अप्रूवल और अन्य शर्तों के पूरा होने पर अंतिम रूप मिलेगा।
प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए निवेश
RBL बैंक ने बताया कि यह निवेश प्रेफरेंशियल इश्यू के माध्यम से होगा। इसमें 959.04 मिलियन शेयर जारी किए जाएंगे, जिसकी कीमत 280 रुपये प्रति शेयर निर्धारित की गई है। निवेश की अंतिम संख्या विदेशी ओनरशिप लिमिट पर निर्भर करेगी, लेकिन एमिरेट्स NBD कम से कम 51 फीसदी हिस्सेदारी जरूर लेगी।
क्या है मर्जर की योजना
इस डील के तहत एमिरेट्स NBD को SEBI के नियमों के अनुसार RBL बैंक के पब्लिक शेयरधारकों से 26 फीसदी तक हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर करना होगा। यह ऑफर 415.58 मिलियन शेयरों के लिए 280 रुपये प्रति शेयर की दर से होगा।
इसके अलावा, एमिरेट्स NBD की भारत में मौजूद तीन ब्रांचें – मुंबई, दिल्ली और चेन्नई – RBL बैंक के साथ मर्ज हो जाएंगी। मर्जर के बाद एमिरेट्स NBD को उसी दर पर और शेयर मिलेंगे। डील पूरी होने पर एमिरेट्स NBD RBL बैंक का प्रमोटर बन जाएगी और बोर्ड में अपने डायरेक्टर्स नामित कर सकेगी।
एमिरेट्स NBD के CEO का बयान
एमिरेट्स NBD के ग्रुप CEO शायने नेल्सन ने कहा कि RBL बैंक में उनका निवेश भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में उनके विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि यह साझेदारी RBL की घरेलू ताकत को एमिरेट्स NBD की रीजनल पहुंच और फाइनेंशियल नॉलेज के साथ जोड़ेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि RBL बैंक जैसी मजबूत कंपनी के साथ उनकी मौजूदगी मिडिल ईस्ट, नॉर्थ अफ्रीका, तुर्की और साउथ एशिया के कस्टमर्स को फायदा पहुंचाएगी।
RBL बैंक का बयान
RBL बैंक के MD और CEO आर सुब्रमणियकुमार ने कहा कि यह पार्टनरशिप उन्हें ग्लोबल स्तर पर सम्मानित एंकर शेयरधारक देगी। इससे भविष्य के लिए ठोस कैपिटल बेस तैयार होगा। उन्होंने कहा कि इस गठजोड़ से निकलने वाली ताकतें सभी स्टेकहोल्डर्स को बेहतर वैल्यू देंगी।
बैंक की बैलेंस शीट और कैपिटल स्ट्रेंथ
इस निवेश से RBL बैंक की बैलेंस शीट काफी मजबूत होगी। बैंक का टियर-1 कैपिटल रेशियो बढ़ेगा और लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए कैपिटल उपलब्ध होगा। इससे डिपॉजिट बेस को गहराई मिलेगी और ब्रांच नेटवर्क का विस्तार होगा।
डील के बाद बैंक की नेट वर्थ 15,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 42,000 करोड़ रुपये हो जाएगी। एमिरेट्स NBD की मजबूत क्रेडिट रेटिंग और भारत में कॉरपोरेट्स, बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस के साथ उसके रिलेशनशिप्स का भी फायदा RBL बैंक को मिलेगा।
भारतीय बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेश
यह डील भारतीय बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेश की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाती है। स्थानीय बैंकों को ग्लोबल पार्टनर्स से समर्थन मिल रहा है, जिससे वे अपने कैपिटल बेस को मजबूत कर रहे हैं और विस्तार के नए अवसर पा रहे हैं।