झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में 10 नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को राहत कार्यों के लिए झांसी भेजा।
Jhansi Medical College Fire Update: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई, जिससे 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और 5 अन्य की हालत गंभीर है। आग के समय वार्ड में कुल 47 नवजात भर्ती थे। आग लगने के कारणों के बारे में प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट का शक जताया गया है।
सीएम योगी ने मुआवजे का किया ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख और गंभीर रूप से घायल बच्चों के परिवारों को ₹50,000 की सहायता देने की घोषणा की। यह सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही सीएम ने झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे के भीतर घटना की रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
रातों-रात दी गईं जांच के आदेश
घटना के बाद, सीएम योगी ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा को झांसी के लिए रवाना किया। उन्होंने पूरी रात घटनास्थल से पल-पल की जानकारी ली। सीएम ने कहा कि घटना के कारणों का जल्द पता लगाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम ने दी उच्चस्तरीय जांच की जानकारी
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने घटनास्थल पर पहुंचकर कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है और बच्चों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि घटना की तीन स्तरों पर जांच होगी – शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग, जिला स्तर पर पुलिस प्रशासन और फायर विभाग, और मजिस्ट्रेट स्तर पर एक स्वतंत्र जांच। पाठक ने यह भी कहा कि घटना के कारण और जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हृदयविदारक घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज में हुई दुर्घटना में कई नवजातों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों को संबल देने और घायल बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
घटना के समय मची भगदड़
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक, रात करीब 10:45 बजे आग लगी और देखते ही देखते वह पूरी यूनिट में फैल गई। घबराए हुए लोग अपने बच्चों को बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे। बच्चों के तीमारदारों ने बड़ी मुश्किल से बच्चों को बाहर निकाला। दमकल विभाग की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच सख्ती से की जाएगी और ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। झांसी प्रशासन ने राहत कार्य में पूरी तत्परता दिखाई और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।