झारखंड में महागठबंधन को बहुमत मिलने के बाद हेमंत सोरेन ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। हालांकि, अभी तक राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की ओर से मंत्रियों के नाम तय कर लिए गए हैं।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बहुमत मिलने के बाद 28 नवंबर को हेमंत सोरेन ने फिर से राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। महागठबंधन ने 81 विधानसभा सीटों में से 56 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि, अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अपने मंत्रियों के नाम पहले ही तय कर लिए हैं, लेकिन कांग्रेस की ओर से मंत्रियों के नामों पर अभी तक निर्णय नहीं लिया गया है, जिसके कारण मंत्रिमंडल गठन में देरी हो रही है। इसके अलावा, राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के एक विधायक को भी मंत्री पद दिया जाएगा, और इस पर भी सहमति बन गई हैं।
जल्द जारी होगी मंत्रियों की सूची
झारखंड में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होने की संभावना है, और यह विधानसभा सत्र से पहले किया जा सकता है। कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान से विचार-विमर्श के लिए बैठकें की हैं, और उनके नामों पर चर्चा की जा रही है। जैसे ही कांग्रेस की सूची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिलेगी, मंत्रिमंडल का गठन औपचारिक रूप से पूरा किया जाएगा।
नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण और अन्य विधायी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए 9 दिसंबर से विधानसभा सत्र शुरू होगा, जो 12 दिसंबर तक चलेगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के मंत्रियों के नाम लगभग तय हो चुके हैं, और गठबंधन के घटक दलों की हिस्सेदारी पिछली सरकार की तरह ही रहने की उम्मीद है। इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे से छह, कांग्रेस से चार और राजद के एक विधायक को मंत्री पद मिलने की संभावना हैं।
इन विधायकों को मिल सकता है मंत्रिपद
* घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन
* राजमहल के विधायक एमटी राजा
* चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ
* ईचागढ़ की विधायक सविता महतो
* भवनाथपुर के विधायक अनंत प्रताप देव
* देवघर के विधायक सुरेश पासवान