हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाने पर पार्टी की कड़ी निंदा की है। सीता सोरेन ने पार्टी नेता से पूछा- आखिर कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन को झामुमो ने क्यों चुप कराया था?
रांची: भारतीय जनता पार्टी की नेत्री सीता सोरेन ने चंपई सोरेन को पद से हटाकर हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनाये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने पूछा कि आखिर कोल्हान टाइगर को पार्टी ने क्यों शांत करा दिया। उन्होंने कहां कि जब तीन-चार महीने बाद प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं तो ऐसी क्या मुसीबत आ गई थी कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोल्हान टाइगर के नाम से मशहूर चम्पई सोरेन को पद से हटान पड़ा। सीता सोरेन ने पार्टी पर तंज कसते हुए कहां कि झामुमो सरकार के समय न तो लोगों को सही से पानी मिला और न किसी प्रकार दूसरी सुविधा। झारखंड मुक्ति मोर्चा केवल चेहरा बदलने और सरकार बदलने का नाटक रच रही हैं।
बाबूलाल मरांडी ने सोरेन परिवार पर कसा तंज
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हेमंत सोरेन को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने सोरेन परिवार पर निशाना साधते हुए कहां कि हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तो स्पष्ट हो गया कि आइएनडीआइ गठबंधन को 2019 विधानसभा चुनाव के दौरान मिले जनादेश का उपयोग केवल शिबू सोरेन परिवार की जागीर को संभालने के लिए हो रहा हैं।
'शिबू सोरेन परिवार की डिक्शनरी में...'
बाबूलाल मरांडी ने कहां कि शिबू सोरेन परिवार के लोगो को नौकरी देने के लिए वेकैंसी क्रिएट की जा रही है। जबकि नियुक्ति के लिए लाखों युवा रोजगार घूम रहे हैं। उन्होंने कहां कि शिबू सोरेन परिवार की डिक्शनरी में आदिवासी समाज का मतलब केवल उनका सोरेन परिवार होता है। बाकी आदिवासी परिवारों को ये लोग अपना पिछलग्गू बनाकर रखते हैं। उन्होंने कहां कि चंपई सोरेन ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ कदम से कदम मिलाकर आंदोलन में साथ खड़े रहे, लेकिन आज अकारण उन्हें मुख्यमंत्री पद से उतारकर नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया। उन्होंने कहां कि शायद चंपई सोरेन पूरी तरह से हेमंत सरकार पार्ट-2 नहीं बन पाए हैं, जिसकी सजा उन्हें पद त्यागकर चुकानी पड़ी।