राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में आयोजित फाल्गुनी लक्खी मेले का भव्य समापन मंगलवार को हुआ। मेले के अंतिम दिन भक्तों ने बाबा श्याम को छप्पन भोग अर्पित किया और विशेष भोग आरती का आयोजन किया गया।
सीकर: राजस्थान के सीकर में स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। श्रद्धालुओं को अगले कुछ दिनों के लिए दर्शन में असुविधा हो सकती है, क्योंकि मंदिर प्रशासन ने 43 घंटे तक दर्शन बंद रखने का फैसला किया है। मंदिर कमेटी के मंत्री श्याम सिंह चौहान ने आदेश जारी कर बताया कि 14 मार्च को होली के अवसर पर बाबा श्याम की विशेष पूजा होगी, जबकि 15 मार्च को तिलक अनुष्ठान संपन्न किया जाएगा।
इसी कारण 13 मार्च की रात 10 बजे से लेकर 15 मार्च की शाम 5 बजे तक मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं को इस दौरान दर्शन की योजना बनाते समय इस निर्देश का ध्यान रखना होगा।
43 घंटे तक दर्शन रहेंगे बंद
खाटू श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री श्याम सिंह चौहान ने बताया कि होली पर्व और तिलक उत्सव के कारण 13 मार्च रात 10 बजे से 15 मार्च शाम 5 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट बंद रहेंगे। इस दौरान बाबा श्याम की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। सैकड़ों वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार, सूरजगढ़ निशान को बाबा श्याम के शिखर पर स्थापित किया गया। यह निशान पूरे साल बाबा की महिमा का संदेश चारों दिशाओं में फैलाता है और श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता हैं।
इस साल मेले में 20 लाख भक्तों ने किए दर्शन
मंदिर कमेटी के अनुसार, इस वर्ष 12 दिवसीय मेले में करीब 20 लाख श्रद्धालु शामिल हुए। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस बार 10 लाख कम भक्त पहुंचे। फिर भी, श्याम भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। प्रशासन और मंदिर कमेटी ने इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती से मेला पूरी तरह शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। हालांकि, कई भक्त अभी भी खाटू धाम में रुके हुए हैं और होली खेलने के बाद ही प्रस्थान करेंगे।
फाल्गुनी लक्खी मेला समाप्त होने के बाद भी बाबा श्याम के प्रति श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई है। भक्तों को अब अगले साल मेले का बेसब्री से इंतजार रहेगा, जब वे फिर से बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आएंगे।