हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। स्पीकर ने टोका – "खुद को तेंदुलकर ना समझें"। हंगामे के बाद सीएम सैनी ने मोर्चा संभाला।
Haryana Assembly: हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र (Haryana Assembly Budget Session) में प्रश्नकाल, शून्यकाल और राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच कई बार टकराव देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के बीच बार-बार नोकझोंक हुई, वहीं संसदीय कार्य मंत्री महीपाल सिंह ढांडा और शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने कांग्रेस विधायकों को तर्कों के साथ जवाब दिया। विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण को बार-बार हस्तक्षेप कर विधायकों व मंत्रियों को शांत करना पड़ा।
स्पीकर की कड़ी चेतावनी: 'दोनों तरफ से बैटिंग नहीं चलेगी'
विधानसभा में हंगामा बढ़ता देख स्पीकर हरविन्द्र कल्याण को कड़ा रुख अपनाना पड़ा। बार-बार हस्तक्षेप के बावजूद जब बहस और टकराव कम नहीं हुए, तो उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "दोनों तरफ से बैटिंग नहीं चलेगी, कोई अपने आप को सचिन तेंदुलकर मत समझे।" यह टिप्पणी सदन में माहौल को कुछ समय के लिए हल्का करने में सफल रही, लेकिन टकराव जारी रहा।
जब कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा अपनी बात रख रहे थे, तब कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी बार-बार उन्हें टोक रहे थे। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नाराजगी जताते हुए कहा, "मंत्री को ही बोलने दो, अशोक अरोड़ा बैठ जाएंगे।"
मुख्यमंत्री सैनी ने संभाला मोर्चा
सीएम नायब सैनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में सदन का माहौल शांत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "हुड्डा साहब... आप नाराज न हों। कृष्ण बेदी और अशोक अरोड़ा, दोनों के घर की दीवार मिलती है।" सीएम की इस टिप्पणी पर सदन में हंसी का माहौल बन गया।
जब अशोक अरोड़ा ने शहरी निकाय चुनाव के दौरान दलितों की सीटों में की गई कटौती का मुद्दा उठाया, तो इस बार कृष्ण बेदी चुप बैठे रहे। कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने इस मौके को भुनाते हुए पूछा कि बार-बार उठने वाले मंत्री बेदी अब यह बताएं कि उनकी सरकार ने दलितों की सीटें कम क्यों की हैं। इस मुद्दे पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
विधानसभा में तीन मंत्रियों की तिकड़ी बनी चर्चा का विषय
हरियाणा विधानसभा में इन दिनों तीन मंत्रियों की तिकड़ी काफी सुर्खियों में है। शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल, खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम अक्सर विधानसभा में एक ही सीट पर बैठकर चर्चा करते नजर आते हैं। यह तिकड़ी विधानसभा के बाहर भी खासा लोकप्रिय है, खासतौर पर फरीदाबाद जिले में।
शून्यकाल और राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भी यह तीनों मंत्री एक ही स्थान पर बैठे दिखाई दिए, जिससे विपक्ष ने उन पर सामूहिक रणनीति बनाने का आरोप लगाया। हालांकि, सत्ता पक्ष का कहना है कि उनकी यह समझदारी सरकार की सुचारू रूप से कार्य करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।