हरियाणा में जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रमुख नेता और स्टार प्रचारक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का हरियाणा में प्रचार के लिए बड़ा महत्व है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरियाणा के महेंद्रगढ़ में चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, अमित शाह का हरियाणा दौरा कल निर्धारित है।
Haryana: महेंद्रगढ़ जिले के अहीरवाल क्षेत्र को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने इस क्षेत्र में बड़े स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अटेली विधानसभा क्षेत्र के गांव भोजावास में एक महत्वपूर्ण रैली करेंगे। इस रैली के माध्यम से भाजपा अहीरवाल क्षेत्र को एक बड़ा राजनीतिक संदेश देना चाहती है।
सीएम सैनी का चारों सीटों को साधने का प्रयास
हरियाणा के कार्यकारी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नारनौल से जिले की चारों सीटों को साधने का प्रयास कर रहे हैं। नारनौल सीट उनके लिए विशेष रूप से प्रतिष्ठा का सवाल बनती जा रही है। इसका प्रमुख कारण यह है कि नारनौल सीट पर यादवों के बाद सैनी समुदाय का प्रभाव काफी अधिक है, जो इसे उनके लिए एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र बनाता है। नायब सिंह सैनी का लक्ष्य नारनौल और आसपास की सीटों पर भाजपा के लिए समर्थन जुटाना है, खासकर सैनी समुदाय के बीच।
ओमप्रकाश यादव का जातीय समीकरण
नारनौल सीट पर लगभग 25 हजार से अधिक सैनी मतदाता हैं, जो भाजपा के लिए इस निर्वाचन क्षेत्र की राजनीतिक रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भाजपा ने इस सीट पर यादव प्रत्याशी ओमप्रकाश यादव को चुनाव मैदान में उतारकर जातीय समीकरण को अपने पक्ष में बनाने का प्रयास किया है।
हाल ही में, सैनी समाज से भारती सैनी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था, लेकिन मुख्यमंत्री के मान-मनौव्वल के बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।
राजनीतिक समीकरण बेहद दिलचस्प
इस क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण बेहद दिलचस्प हैं। यादव समाज के पास लगभग 40 हजार वोट हैं, और कांग्रेस ने भी इसी समाज से अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। इस स्थिति में, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की रैली का उद्देश्य न केवल सैनी और यादव समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करना है, बल्कि अन्य गैर-यादव और गैर-सैनी मतदाताओं को भी अपने पक्ष में लाने की कोशिश करना है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने इसी रणनीति के तहत अपनी ताकत झोंकी है, ताकि वे इन महत्वपूर्ण मतदाताओं को आकर्षित कर सकें।
अटेली में सीएम योगी का दौरा
अटेली क्षेत्र में भाजपा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिन्हें बुल्डोजर बाबा के नाम से भी जाना जाता है, को भोजावास में आमंत्रित किया है। इस क्षेत्र में योगी आदित्यनाथ की बहुत डिमांड रही है, खासकर लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी लोकप्रियता को देखते हुए।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने इस बार आरती राव को मजबूत करने के लिए योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया है। योगी की उपस्थिति से भाजपा को उम्मीद है कि वे अटेली में एक मजबूत संदेश देंगे और पार्टी के लिए समर्थन जुटाने में मदद करेंगे।
कल गृहमंत्री शाह का नांगल दौरा
29 सितंबर को गृहमंत्री अमित शाह नांगल चौधरी में एक महत्वपूर्ण रैली करने वाले हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य अहीरवाल क्षेत्र के मतदाताओं को साधना है। इस रैली में अहीरवाल से भाजपा के बड़े नेताओं के भी पहुंचने की उम्मीद है, जो पार्टी के लिए एक सामूहिक शक्ति प्रदर्शन साबित हो सकता है।
महेंद्रगढ़ जिले में कुल चार विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां अहीर मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है। इसके अलावा, अन्य जातियों का भी चुनाव पर प्रभाव है, यही कारण है कि भाजपा ने बड़े स्टार प्रचारकों को चुनावी मैदान में उतारा है।
वहीं, कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में नारनौल क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया है, और पार्टी के कई अन्य बड़े नेताओं के जल्द आगमन की भी संभावना है।