कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College- RKMC) में एक महिला डॉक्टर की रहस्यमय तरीके से मृत्यु हो गई। डॉ. की मौत के बाद साथी डॉक्टरों और छात्रों ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की। वहीं डॉक्टर के पिता ने इसे हत्या और दुष्कर्म का मामला बताया हैं।
कोलकाता: प्रदेश में रहस्यमय तरीके से आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की एक महिला डॉक्टर को मौत हो गई। बताया गया है कि मृतक युवती अस्पताल में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा थी और चेस्ट मेडिसिन विभाग में हाउस स्टाफ के रूप में काम भी कर रही थी। डॉक्टर का क्षत-विक्षत शव शुक्रवार सुबह करीबन 7.23 बजे अस्पताल के आपातकालीन भवन की तीसरी मंजिल पर मिला था। इस घटना के बाद कॉलेज परिसर में जमकर हंगामा किया गया, जिसके बाद प्रशासन ने शहर के पुलिस प्रमुख और स्वास्थ्य सचिव को घटनास्थल पर भेजा।
बॉडी देखकर उड़े होश
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि न्यायिक जांच में महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट सहित पूरे शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं, वहीं चेहरे पर खून के धब्बे और कॉलर बोन टूटी हुई है थी, जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था की उसका गला घोंटा गया है। पुलिस ने हत्या की तहकीकात के लिए एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया है और एफआईआर में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करके तीन सदस्यीय शव परीक्षण दल की औपचारिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया कि लाश के पास रखे गद्दे पर खून के धब्बे और मानव के बाल मिले हैं और एक टूटा हुआ चश्मा भी बरामद हुआ हैं।
CM ममता बनर्जी ने फोन कर डॉक्टर के पिता को दिया आश्वाशन
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टर के पिता को फोन करके उन्हें आश्वाशन दिया। उस दौरान पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ है और उसके बाद हत्या कर दी गई । सीएम ममता ने उन्हें न्याय दिलाने के लिए हरसंभव मदद करने के लिए कहां। पिता ने कहां कि हमने अपनी बेटी खो दिया है और जबतक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम किसी भी बात से संतुष्ट नहीं हो सकते। मुझे संदेह है कि अधिकारियों ने शुरू में तथ्यों को छिपाने की कोशिश की हैं।
वह हमारी इकलौती संतान थी- मृतक की मां
महिला की मां ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि दरिंदों ने बेरहमी से मेरी बेटी को मार डाला। उसके शरीर को नोच कर अर्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया था। उसका चश्मा भी पूरी तरह टूटा हुआ था और उसके चेहरे पर चोट के कई निशान बने हुए थे। वह हमारी इकलौती औलाद थी। जानकारी के मुताबिक यह भी बताया गया है कि अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा हुआ था।