योगी आदित्यनाथ ने कुणाल कामरा की आपत्तिजनक टिप्पणी पर कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग दूसरे पर प्रहार करने के लिए नहीं होना चाहिए, कुछ लोग देश का विभाजन कर रहे हैं।
Kunal-Kamra News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉमेडियन कुणाल कामरा की विवादित टिप्पणी पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। योगी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग दूसरे पर व्यक्तिगत हमले करने के लिए नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्भाग्य है कि कुछ लोग इस स्वतंत्रता का इस्तेमाल देश में असहमति और विभाजन की खाई को और चौड़ा करने के लिए कर रहे हैं।
एकनाथ शिंदे का बयान - "बोलने की स्वतंत्रता की सीमा होनी चाहिए"
इससे पहले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि बोलने की स्वतंत्रता है, लेकिन हर बात की सीमा होनी चाहिए। शिंदे ने इस विषय पर कहा कि, ‘‘मैं व्यंग्य को समझता हूं, लेकिन किसी पर व्यक्तिगत हमले करते समय शिष्टाचार का पालन करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो प्रतिक्रिया मिलनी स्वाभाविक है।’’
कुणाल कामरा का स्पष्ट इनकार
कुणाल कामरा ने इस विवाद पर माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका बयान वही था जो महाराष्ट्र के नेता अजीत पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था। इस पर कामरा ने कहा, ‘‘मैंने जो कहा वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा अजीत पवार ने शिंदे के बारे में कहा था।’’
कामरा ने हैबिटेट स्टूडियो पर तोड़फोड़ की घटना पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक मनोरंजन स्थल सिर्फ एक मंच है और वह उनके कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकता। कामरा ने यह भी कहा कि एक कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी स्थल पर हमला करना उतना ही मूर्खतापूर्ण है जैसे कि टमाटर ले जा रहे ट्रक को पलट देना, सिर्फ इसलिए क्योंकि आपको बटर चिकन पसंद नहीं आया।
कुणाल कामरा ने अपनी स्पष्ट राय रखते हुए कहा, "मुझे इस भीड़ से डर नहीं है। मैं अपने बिस्तर के नीचे छिपकर इस घटना के शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा।"