Mahakumbh 2025: संगम तट पर भक्तों का सैलाब, स्टेशन 14 फरवरी तक बंद, देखें पूरी जानकारी 

Mahakumbh 2025: संगम तट पर भक्तों का सैलाब, स्टेशन 14 फरवरी तक बंद, देखें पूरी जानकारी 
अंतिम अपडेट: 10-02-2025

महाकुंभ 2025 में भारी भीड़ के कारण प्रयागराज का संगम स्टेशन 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया। अब तक 43.57 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके, कुल 55 करोड़ के पहुंचने का अनुमान।

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ के कारण प्रयागराज के संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। रविवार को दोपहर बाद हालात बिगड़ गए थे, जिसके चलते प्रशासन को यह निर्णय लेना पड़ा। कंट्रोल रूम से लगातार अपील की जा रही थी कि भीड़ नियंत्रित नहीं हो पा रही है और स्टेशन पर जगह खत्म हो चुकी है।

लाइव फुटेज के जरिए जब स्थिति का जायजा लिया गया तो पाया गया कि नागवासुकी मार्ग पूरी तरह जाम था और दारागंज की गलियां तक भीड़ से भर चुकी थीं। संगम स्टेशन से पुराने पुल के नीचे जाने वाले मार्ग पर भी भीड़ टकराने लगी थी, जिससे प्रशासन को स्टेशन बंद करने का निर्णय लेना पड़ा। अब यात्रियों को प्रयागराज जंक्शन, फाफामऊ और प्रयाग स्टेशन की ओर भेजा जा रहा है।

अफवाहों को किया गया नियंत्रित

रविवार दोपहर करीब 1:30 बजे संगम स्टेशन को बंद कर दिया गया। इस बीच अफवाह उड़ी कि प्रयागराज जंक्शन भी बंद कर दिया गया है, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, प्रशासन ने उद्घोषणा यंत्रों के माध्यम से स्पष्ट कर दिया कि यह खबर गलत है और सिर्फ संगम स्टेशन को ही बंद किया गया है।

श्रद्धालुओं की संख्या डेढ़ करोड़ पार

माघ मास की द्वादशी तिथि और चंद्रमा के मिथुन राशि में होने के शुभ संयोग पर रविवार को संगम तट पर भारी भीड़ उमड़ी। भोर से लेकर रात तक श्रद्धालु स्नान के लिए उमड़ते रहे।

रविवार को लगभग 1.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया।

अब तक कुल 43.57 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।

सरकार का अनुमान है कि इस महाकुंभ में कुल 55 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे।

अमृत स्नान पर्वों के बाद भी तीर्थराज प्रयाग में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।

भीड़ के कारण बंद किए गए पीपा पुल

शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ उमड़ने के कारण पीपा पुलों को भी बंद करना पड़ा। शनिवार को जहां 1.22 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था, वहीं रविवार को यह संख्या बढ़कर 1.57 करोड़ हो गई।

स्नान का क्रम भोर में तीन बजे से शुरू हुआ और रात 8 बजे तक जारी रहा। दिनभर संगम तट से लेकर मेला क्षेत्र तक तिल रखने तक की जगह नहीं बची। प्रमुख मार्गों पर भारी भीड़ के कारण कई स्थानों पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।

पुलिस व प्रशासन ने संभाला मोर्चा

संगम तट पर सुबह 8 बजे से ही पुलिस और प्रशासन लगातार अनाउंसमेंट कर रहा था कि श्रद्धालु स्नान के बाद तुरंत घाट छोड़ दें और अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाएं। लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बीच पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण में दिनभर मशक्कत करनी पड़ी।

घोड़े पर बैठे पुलिस अधिकारी माइक के जरिए श्रद्धालुओं से संगम घाट खाली करने की अपील कर रहे थे। बावजूद इसके, दिनभर संगम तट पर जबरदस्त भीड़ बनी रही। सभी 44 घाटों को श्रद्धालुओं के लिए डायवर्ट किया गया, फिर भी संगम घाट पूरे दिन भरा रहा।

महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन चुनौती बनी

महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आ रहे हैं, जिससे प्रयागराज के कई प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रभावित हो रहा है।

सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्क रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि महाकुंभ का आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

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