शिवसेना ने शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए अधिकांश पुराने विभागों को फिर से हासिल कर लिया है। इसके अलावा, पार्टी को आवास जैसे महत्वपूर्ण विभागों का भी प्रभार मिला है। इससे शिवसेना की सरकार में प्रभावशाली भूमिका और एकनाथ शिंदे की नेतृत्व क्षमता को स्पष्ट तौर पर मजबूती मिली है।
Maharashtra: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की प्रचंड जीत के बाद देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ एनसीपी प्रमुख अजित पवार और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद नागपुर में कैबिनेट का विस्तार किया गया और अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विभागों का बंटवारा कर दिया है।
सीएम फडणवीस ने गृह मंत्रालय संभाला
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पास गृह और कानून विभाग रखा है। ये विभाग राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। गृह मंत्रालय संभालकर फडणवीस ने अपने प्रशासनिक कौशल और निर्णय लेने की क्षमता को प्राथमिकता दी है।
अजित पवार को वित्त मंत्रालय मिला
डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त और आबकारी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वित्त मंत्रालय राज्य की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने और नए राजस्व स्रोतों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पवार के पास आबकारी विभाग भी होगा, जो राज्य के राजस्व का एक बड़ा हिस्सा जुटाता है।
एकनाथ शिंदे को बड़े और महत्वपूर्ण मंत्रालय
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को शहरी विकास, आवास, उद्योग, सार्वजनिक स्वास्थ्य, जल आपूर्ति, और स्कूल शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए गए हैं।
शहरी विकास मंत्रालय: मुंबई महानगर क्षेत्र और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों के विकास कार्यों पर शिंदे का सीधा नियंत्रण रहेगा।
आवास मंत्रालय: यह मंत्रालय राज्य के प्रमुख आवासीय परियोजनाओं और योजनाओं के क्रियान्वयन में भूमिका निभाएगा।
पब्लिक हेल्थ और स्कूल एजुकेशन: स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार का दायित्व शिंदे के पास है।
शिवसेना ने अपने विभाग बनाए रखा
शिवसेना ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अपने पास रहे अधिकांश विभागों को बरकरार रखने में सफलता हासिल की है।
महत्वपूर्ण मंत्रालय: शिवसेना को आवास, शहरी विकास, लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यम), और स्कूली शिक्षा जैसे विभाग मिले हैं।
गृह मंत्रालय की उम्मीद टूटी: शिंदे की कोशिशों के बावजूद गृह मंत्रालय शिवसेना को नहीं मिला।
शिवसेना के अन्य मंत्रियों के विभाग
शिवसेना के अन्य विधायकों को निम्नलिखित विभाग सौंपे गए
प्रकाश अबितकर: लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण।
दादा भुसे: स्कूल शिक्षा।
भरत गोगावाले: परिवहन।
गुलाबराव पाटिल: जल आपूर्ति और स्वच्छता।
संजय राठौड़: मृदा और जल संरक्षण।
शंभूराज देसाई: पर्यटन और खनन।
संजय शिरसाट: सामाजिक न्याय।
राज्य मंत्रियों के विभाग
आशीष जायसवाल: वित्त और योजना, कृषि, राहत और पुनर्वास, कानून और न्यायपालिका।
योगेश कदम: गृह (शहरी), राजस्व, ग्रामीण विकास, खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण।
शहरी विकास मंत्रालय का महत्व
शहरी विकास मंत्रालय, जिसे शिंदे ने अपने पास रखा है, मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (MMRDA), सिडको, और एमएसआरडीसी जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं का प्रबंधन करता है। इसके तहत शहरी स्थानीय निकायों और प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का क्रियान्वयन होता है।
शिवसेना ने क्यों किया मोलभाव?
शिवसेना ने गृह मंत्रालय न मिलने के बावजूद शहरी विकास और आवास जैसे बड़े विभाग अपने पास रखे। इससे पार्टी की स्थिति सरकार में मजबूत बनी रहती है। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना ने बीजेपी के साथ बातचीत में इन विभागों को अपने लिए प्राथमिकता दी।
महाराष्ट्र कैबिनेट: संतुलन और सामंजस्य
देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, और एकनाथ शिंदे की तिकड़ी ने महाराष्ट्र में विभागों का बंटवारा कर सत्ता में संतुलन बनाए रखा है। महायुति सरकार के तहत गठबंधन के सभी घटकों ने अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए राज्य की जनता के लिए जिम्मेदारियां संभाल ली हैं।
मंत्रालयों के इस बंटवारे से स्पष्ट है कि महायुति सरकार ने राज्य के विकास और प्रशासनिक कुशलता को प्राथमिकता दी है। अब देखना होगा कि ये मंत्रालय जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं।