अजित पवार की पार्टी को छोड़कर कई नेताओं ने शरद पवार की पार्टी को जॉइन कर लिया है। पुणे स्थित पिंपरी-चिंचवड़ के लगभग दो दर्जन पदाधिकारीयों ने बुधवार को शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा का हाथ थम लिया। शरद पवार ने उन्हें पार्टी का झंडा देकर सदस्यता दिलाई।
पुणे: महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री अजित पवार को तगड़ा झटका लगा है। पुणे स्थित पिंपरी-चिंचवड़ के तकरीबन दो दर्जन से अधिक पदाधिकारीयों ने बुधवार (17 जुलाई) शाम को शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा का दामन थाम लिया हैं। एक समारोह के दौरान उपस्तिथ पार्टी के अन्य नेताओं के समक्ष शरद पवार ने इन पदाधिकारियों का राकांपा (शरदचंद्र पवार) का झंडा देकर उनका स्वागत किया। बता दें इसमें कई महिलाओं सहित 20 पूर्व नगर पार्षद शामिल हैं।
इन नेताओं ने छोड़ी पार्टी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शरद पवार ने अपने आवास पर आयोजित बैठक के दौरान पदाधिकारीयों को पार्टी का झंडा देकर सदस्यता दिलाई। पाला बदलने वाले प्रमुख लोगों में राकांपा के पूर्व शहर अध्यक्ष अजित कुमार गव्हाणे, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल कुमार भोसले, छात्र शाखा के प्रमुख यश लुमार साने, भोसारी विधानसभा सीट प्रमुख पंकज लुमार भालेकर सहित लगभग 20 पूर्व नगर निगम पार्षद और अन्य इकाई प्रमुख नेता भी शामिल हैं। बता दें उन्होंने अपना इस्तीफा राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे को सौंप दिया हैं। यह चौंकाने वाली बात 20 जुलाई को पिंपरी-चिंचवड़ में होने वाली शरद पवार की रैली से मात्र तीन दिन पहले सामने आया हैं।
टिकट न मिलने से नाखुश थे नेता
सियासी गलियारे से मिली जानकारी के मुताबिक टिकट न मिलने से नाराज होकर नेता अजित पवार की पार्टी को छोड़कर शरद पवार की पार्टी में शामिल हो रहे हैं. कई और नेता भी अब धीरे-धीरे अपना पाला बदलने में लगे हुए हैं। पुणे के एक नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहां कि गव्हाणे जैसे कुछ पदाधिकारी लोकसभा चुनाव में राकांपा का टिकट न मिलने से काफी नाराज हो गए थे। क्योकि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी। इसलिए उन्होंने राकांपा (शरदचंद्र पवार) को जॉइन कर लिया।