सपा सांसद रामगोपाल यादव ने महाकुंभ हादसे में मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया। सपा इसे संसद में उठाएगी। अखिलेश यादव ने यूपी सरकार से बड़ी डिमांड की है।
Stampede in Mahakumbh: मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ के दौरान 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे के बाद, कई लोग अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं और उन्हें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस कारण वे बहुत परेशान हैं और इधर-उधर भटक रहे हैं।
अखिलेश यादव की मांग
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार से मांग की है कि महाकुंभ हादसे में मारे गए लोगों की सूची सार्वजनिक की जाए। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा कि जिनके परिवार के सदस्य हादसे में गायब हैं, उन्हें यह आशंका है कि वे अब कभी अपने परिजनों से नहीं मिल पाएंगे। अखिलेश ने सुझाव दिया कि मृतकों की सूची जारी की जाए और जिनकी पहचान नहीं हो पाई है, उनके कपड़ों और अन्य पहचान के माध्यम से पहचान की जाए। इससे लोगों की आशंकाओं का समाधान होगा और उन्हें उम्मीद मिलेगी कि उनके परिजन जरूर मिल जाएंगे।
रामगोपाल यादव का आरोप
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने महाकुंभ हादसे पर आरोप लगाया कि सरकार मृतकों की सही संख्या छिपा रही है। उन्होंने कहा कि सपा इस मुद्दे को संसद में उठाएगी और सरकार से सही जानकारी की मांग करेगी। रामगोपाल ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से इस गंभीर मामले पर जवाब मांगा, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सरकार को मृतकों और घायलों के नाम और पते सार्वजनिक करने चाहिए, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।
महाकुंभ में भगदड़ का कारण
महाकुंभ मेला क्षेत्र में यह भगदड़ मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ के दबाव के कारण हुई। DIG महाकुंभ मेला, वैभव कृष्ण ने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त के समय स्नान के लिए भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिससे दूसरे रास्ते के अवरोधक टूट गए। भीड़ ने अनजाने में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचल दिया, जिससे यह दुखद घटना घटी।
मेला प्रशासन की अपील
महाकुंभ मेला प्रशासन ने घटना के बाद मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।