जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान अपनी दुर्दांत गतिविधियों से बाज नहीं आ रहा है। उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में, संघर्ष विराम के बहाने पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर नए बंकरों का निर्माण किया। इसके साथ ही, पाक सैनिकों ने भारतीय चौकियों पर भी गोलीबारी की, जिसका भारतीय जवानों ने सख्त जवाब दिया। दोनों पक्षों के बीच आधे घंटे तक गोलीबारी का सिलसिला जारी रहा।
Srinagar: विधानसभा चुनाव के समय पाकिस्तान किसी न किसी प्रकार की शरारत करने से नहीं चूकता। शनिवार को उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम के बहाने नए बंकर तैयार करने के पाकिस्तानी सेना के प्रयास को भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया। भारतीय सेना द्वारा बंकर निर्माण पर आपत्ति उठाने के बाद, पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय चौकियों पर फायरिंग शुरू कर दी।
भारतीय सेना ने की जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तान की नापाक हरकतों की जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय सैनिकों ने न केवल पाकिस्तानी बंदूकों को रोक दिया, बल्कि निर्माण गतिविधियों को भी थाम दिया। नियंत्रण रेखा (LOC) पर तनाव बढ़ गया है। सेना ने सभी संबंधित फील्ड कमांडरों को किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया है। हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने संघर्ष विराम के उल्लंघन के संबंध में देर शाम तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया।
कुपवाड़ा में घुसपैठ कराने की कोशिश: पाक
जानकारी के अनुसार, दो दिन पूर्व बांडीपोरा से सटे कुपवाड़ा जिले के टंगडार और मच्छल सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के दो अलग-अलग समूहों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने का प्रयास किया था। इस प्रयास को भारतीय जवानों ने विफल करते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
पाकिस्तानी सेना ने ख़ुफ़िया तोर से बंकर किए तैयार
गुरेज सेक्टर के नौशहरा इलाके में, जो बगतूर चौकी के निकट स्थित है, भारतीय जवानों ने देखा कि पाकिस्तानी सैनिक अपने क्षेत्र में कुछ निर्माण कार्य कर रहे हैं। यह निर्माण कार्य कथित तौर पर एलओसी के निकट हो रहा था।
पाकिस्तानी सेना ने चुपचाप अपने लिए नए बंकर और मोर्चे तैयार करने का प्रयास किया। जब भारतीय जवानों ने इस पर ध्यान देते हुए पाकिस्तानी सैनिकों से काम बंद करने के लिए कहा, तो उन्होंने जवाब में गोलीबारी शुरू कर दी। इस पर भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
लगभग 30 मिनट तक दोनों तरफ से गोलीबारी का सिलसिला जारी रहा। इस गोलीबारी में भारतीय पक्ष को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है, जबकि पाकिस्तानी सेना को हुए नुकसान की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
घुसपैठ ने तस्करी के लिए बनाए क्षेत्र
सूत्रों के अनुसार, जिस क्षेत्र में निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह आतंकियों की घुसपैठ के लिए अत्यधिक संवेदनशील है। गुरेज का यह क्षेत्र, जो गुलाम जम्मू-कश्मीर के अंतर्गत आता है, आतंकियों की घुसपैठ और अवैध नशीले पदार्थों तथा हथियारों की तस्करी की अधिकांश घटनाओं का केंद्र बना हुआ है।
इस क्षेत्र में आतंकियों का एक समूह भारतीय सीमा में घुसपैठ के लिए सही अवसर की तलाश कर रहा है। यदि पाकिस्तानी सेना अपने निर्माण कार्य में सफल होती है, तो यह न केवल उन्हें रणनीतिक लाभ प्रदान करेगा बल्कि आतंकियों के लिए एक नया लॉन्चपैड भी तैयार करेगा।
फिर लागू होगा संघर्ष विराम समझौते
भारत और पाकिस्तान ने फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा (LOC) पर 2003 के संघर्ष विराम समझौते को फिर से लागू किया। इसके परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के ठिकानों पर गोलीबारी बंद हो गई। सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सामान्य जनजीवन पुनर्स्थापित हो गया।
हालांकि, इस दौरान कुछ स्थानों पर संघर्ष विराम के उल्लंघन की सुनाई देने वाली घटनाएँ भी हुईं, लेकिन उन्हें संबंधित अधिकारियों ने तुरंत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार सुलझा लिया।