पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो चरणों में हुए भारी मतदान ने जम्मू-कश्मीर की जनता के मूड को स्पष्ट कर दिया है। दोनों चरणों में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग हुई है, जिससे यह तय हो गया है कि यहां भाजपा की पूर्ण बहुमत की पहली सरकार बनने जा रही है।
जम्मू: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शनिवार) जम्मू-कश्मीर में तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए जम्मू पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस पर तीखे हमले किए। पीएम मोदी ने कहा कि आज शहीद वीर सरदार भगत सिंह की जन्मजयंती भी है। भगत सिंह जी, जो देश के करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं, उन्हें मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जम्मू की यह सभा इस विधानसभा चुनाव की मेरी अंतिम सभा है। मुझे पिछले हफ्तों में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में जाने का अवसर मिला है। मैं जहां भी गया, वहां भाजपा के प्रति अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला है।
भाजपा की सरकार बनने की संभावना मजबूत
पिछले दो चरणों में हुए भारी मतदान ने जम्मू-कश्मीर की जनता की भावना को स्पष्ट कर दिया है। इन दोनों चरणों में भाजपा के पक्ष में जोरदार वोटिंग हुई है, और अब यह सुनिश्चित हो गया है कि यहां भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली पहली सरकार बनेगी। जम्मू-कश्मीर के लोग कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और पीडीपी के तीन परिवारों से परेशान हैं। लोग अब वही पुराना निजाम नहीं चाहते, जिसमें भ्रष्टाचार और नौकरियों में भेदभाव हो। जम्मू-कश्मीर के लोग आतंक, अलगाव और खून-खराबे का अंत चाहते हैं। यहां की जनता अमन और शांति की कामना करती है।
भाजपा की सरकार आपकी पीढ़ी को नई दिशा देगी
जम्मू क्षेत्र के निवासियों के लिए इतिहास में ऐसा अवसर पहले कभी नहीं आया है, जैसा कि इस चुनाव में देखने को मिल रहा है। अब पहली बार जम्मू क्षेत्र के लोगों की इच्छाओं के अनुसार सरकार बनने जा रही है। इस मौके को गंवाने का कोई कारण नहीं है। क्योंकि यहां बनने वाली भाजपा की सरकार आपकी समस्याओं का समाधान करेगी। पिछले कई दशकों से इस क्षेत्र में केवल कांग्रेस, NC और PDP के नेता और उनके परिवार ही समृद्ध हुए हैं, जबकि आपके हिस्से में केवल तबाही आई है।
भाजपा की सरकार ने दिया कड़ा जवाब
यह जो हमारी पीढ़ियाँ बर्बाद हुई हैं, इसके लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी पर है। आज़ादी के बाद से मिली कांग्रेस की गलत नीतियों ने आपको केवल और केवल तबाही ही दी है। जम्मू का एक बड़ा हिस्सा सीमा के निकट स्थित है। आप उस दौर को याद कीजिए, जब सीमापार से लगातार गोलाबारी होती थी, और मीडिया में हर दिन ब्रेकिंग न्यूज चलती थी कि 'एक बार फिर सीज़फायर का उल्लंघन'। वहां से गोलियां चलती थीं और कांग्रेस के नेता सफेद झंडा दिखाते थे। लेकिन जब भाजपा की सरकार ने गोलियों का जवाब गोलियों से दिया, तो वहां के लोगों के होश ठिकाने आ गए।
सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग
आज 28 सितंबर है, और साल 2016 में आज की रात भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस घटना ने दुनिया को यह संदेश दिया कि यह नया भारत है जो दुश्मनों के घर में घुसकर कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाता। आतंक के आकाओं को अच्छी तरह समझ आ गया है कि अगर उन्होंने कोई भी हिमाकत की, तो प्रधानमंत्री मोदी उन्हें पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे। वहीं, कांग्रेस वह पार्टी है, जिसने हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे।
कांग्रेस अर्बन नक्सलियों का पूरा प्रभाव
कांग्रेस वह पार्टी है, जो आज भी सर्जिकल स्ट्राइक के मामले में पाकिस्तान की भाषा बोलती है। क्या आप ऐसी कांग्रेस को माफ़ कर सकते हैं? जो लोग देश के लिए जान देने को तैयार हैं, उनका कांग्रेस कभी सम्मान नहीं कर सकती। आज की कांग्रेस पूरी तरह से अर्बन नक्सलियों के नियंत्रण में है। जब विदेशी घुसपैठिए यहां आते हैं, तो कांग्रेस को यह अच्छा लगता है। उन्हें इनमें अपना वोटबैंक नजर आता है, लेकिन अपने ही लोगों की पीड़ा का ये मजाक उड़ाते हैं।
कांग्रेस, नेकां और पीडीपी संविधान के दुश्मन
कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी, ये सभी संविधान के असली दुश्मन हैं। इन्होंने संविधान की आत्मा को कुचलने का काम किया है। जम्मू में कई पीढ़ियों से बसे हुए अनेक परिवारों को वोट देने का हक नहीं था, और इन पार्टियों ने इन्हें इस अधिकार से वंचित रखा। आज जम्मू-कश्मीर में हो रहे बदलावों से कांग्रेस, NC और PDP के नेता चिंतित हैं।
उन्हें आपके विकास की प्रक्रिया पसंद नहीं आ रही है। वे कह रहे हैं कि अगर उनकी सरकार बनी, तो वे पुराने सिस्टम को फिर से लाएंगे। ये फिर से वही भेदभाव वाला सिस्टम लागू करेंगे, जिसका सबसे बड़ा शिकार हमारा जम्मू क्षेत्र रहा है।
तीनों परिवारों ने जम्मू के साथ किया अन्याय
कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP ने जम्मू के साथ लगातार अन्याय किया है। ये तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इनके भाषणों को सुनें, यह स्पष्ट होता है कि वे डोगरा विरासत पर किस तरह से हमला करते हैं और महाराज हरी सिंह को बदनाम करने के लिए किस प्रकार के आरोप लगाते हैं।