Punjab Politics: दिल्ली में करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंदर यादव का पत्ता साफ, छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल बने नए प्रभारी

Punjab Politics: दिल्ली में करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंदर यादव का पत्ता साफ, छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल बने नए प्रभारी
अंतिम अपडेट: 15-02-2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने संगठन में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी ने पंजाब कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव को उनके पद से हटा दिया है और उनकी जगह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नया प्रभारी नियुक्त किया हैं।

चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में बड़ा संगठनात्मक बदलाव किया गया है। पार्टी ने पंजाब कांग्रेस के प्रभारी देवेंदर यादव को हटाकर उनकी जगह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नया प्रभारी नियुक्त किया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बादली सीट से हारने के बाद से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि कांग्रेस पंजाब में नया प्रभारी नियुक्त कर सकती है। पार्टी को पंजाब से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि हाल के लोकसभा और नगर निगम चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन यहां अच्छा रहा था।

इसके साथ ही कांग्रेस ने देशभर में संगठनात्मक बदलाव तेज कर दिए हैं। पार्टी ने ओडिशा और महाराष्ट्र में भी अपने प्रदेश प्रभारियों को बदल दिया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई, लेकिन पंजाब की स्थिति अलग है। पंजाब में लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की अगुवाई में लड़ा था, जिसमें पार्टी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

कांग्रेस ने देशभर में संगठनात्मक बदलाव किए तेज 

राजा वड़िंग भी लुधियाना से सांसद बने, और नगर निगम चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। हालांकि, पार्टी किसी भी नगर निगम में अपना मेयर नहीं बना सकी। इसी कारण, फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की संभावना कम है। लेकिन, प्रदेश प्रभारी का बदला जाना तय माना जा रहा था। इसका मुख्य कारण यह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद देवेंद्र यादव की स्थिति कमजोर हो गई थी।

पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है। पार्टी के नेता शुरू से ही आपसी खींचतान में उलझे रहे हैं। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा का कद भी प्रदेश की राजनीति में काफी बड़ा है। वे पंजाब में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, वर्तमान में विधायक हैं और लोकसभा व राज्यसभा, दोनों में सदस्य रह चुके हैं। इसी प्रकार, राजा वड़िंग तीन बार विधायक, एक बार मंत्री और वर्तमान में लोकसभा सदस्य हैं। जबकि प्रताप सिंह बाजवा और वड़िंग के बीच हमेशा ही राजनीतिक बढ़त पाने की होड़ लगी रहती है। ऐसे में देवेंद्र यादव कद में बाजवा और वड़िंग से काफी नीचे थे, जिससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को एक मंच पर बैठाना उनके लिए मुश्किल हो गया था।

इसी कारण, कांग्रेस ने पंजाब में बड़ा बदलाव करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। भूपेश बघेल के पास प्रशासनिक और सांगठनिक अनुभव है, जिससे वे पंजाब कांग्रेस को नई दिशा देने में सक्षम हो सकते हैं। बता दें कि देवेंद्र यादव दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली। इस हार ने उनकी स्थिति और कमजोर कर दी, जिससे उनका पंजाब प्रभारी पद से हटाया जाना तय माना जा रहा था।

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