Sambhal News: संभल पहुंची ASI टीम, 46 साल पुराने शिव मंदिर और 19 कुओं का किया निरीक्षण, सात घंटे तक चले सर्वे में जानें क्या मिला?

Sambhal News: संभल पहुंची ASI टीम, 46 साल पुराने शिव मंदिर और 19 कुओं का किया निरीक्षण, सात घंटे तक चले सर्वे में जानें क्या मिला?
Last Updated: 20 दिसंबर 2024

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की चार सदस्यीय टीम ने संभल में 46 साल से बंद मंदिर और 19 कुओं का करीब सात घंटे तक निरीक्षण किया और कुछ साक्ष्य एकत्र किए। डीएम डॉ. राजेन्द्र पैंसिया ने मंदिर और कुओं के बारे में जानकारी के लिए एएसआइ को पत्र लिखा था।

Sambhal: संभल जिले के खग्गू सराय में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की चार सदस्यीय टीम ने 46 साल से बंद एक शिव मंदिर और 19 कुओं का निरीक्षण किया है। इस दौरान टीम ने करीब सात घंटे तक साइट पर मौजूद रहकर साक्ष्य एकत्र किए। इस पूरे कार्य की दिशा में जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजेन्द्र पैंसिया द्वारा ASI को पत्र लिखकर इन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई थी।

19 कुओं का ASI ने किया निरीक्षण

खग्गू सराय में 14 दिसंबर को मिली इस प्राचीन शिवालय का इतिहास करीब 500 वर्षों से भी पुराना है। इस मंदिर के अंदर शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित थीं, जो वर्षों से ताले में बंद थीं और धूल से ढकी हुई थीं। स्थानीय हिंदू समुदाय के लोगों ने बताया कि यह मंदिर पहले इस इलाके में स्थित था, लेकिन 1978 के सांप्रदायिक दंगे के बाद लोग इस क्षेत्र से पलायन कर गए थे। इस मंदिर की स्थिति को देखते हुए और इसके ऐतिहासिक महत्व को समझने के लिए खोदाई की गई थी। इस दौरान, मंदिर परिसर के बराबर में एक कुआं मिला, जिसे बंद कर दिया गया था। खोदाई के दौरान इस कुएं से तीन देव मृर्तियां भी प्राप्त हुई हैं।

खग्गू सराय में मिले प्राचीन शिव मंदिर

राजस्व विभाग की टीम ने मंदिर और कुएं के निरीक्षण के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्तियों के आकार और मापदंडों का भी निरीक्षण किया। मंदिर के दरवाजे और दीवारों की मापदंडों को नापा गया और मंदिर परिसर की लंबाई-चौड़ाई की जांच की गई। इसके अलावा, कुएं की ईंटों की गुणवत्ता और निर्माण की तारीख का आकलन करने के लिए भी परीक्षण किए गए। इन सभी साक्ष्यों को भविष्य में संरक्षित करने के लिए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई है।

कुएं की खोदाई से प्राप्त मूर्तियां

मंदिर के गर्भगृह में शिव परिवार की मापदंड और नपाई की गई, जिससे इनका भविष्य में उचित विवरण तैयार किया जा सके। इसके अलावा, कुएं की खोदाई से प्राप्त मूर्तियों की भी जांच की जाएगी। मंदिर परिसर की संपूर्ण पैमाइश की गई है और मंदिर के भुर्ज की भी नपाई की गई है। ASI टीम और राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने पूरे स्थल का सर्वेक्षण किया और इसे संरक्षित करने के लिए कदम उठाए। इस दौरान, नायब तहसीलदार सतेंद्र चाहर सहित अन्य राजस्व कर्मी भी मौजूद रहे।

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