सावन माह की शुरुआत इस बार सोमवार सी हुई हैं. इस बार पुरे महीने में पांच सोमवार के व्रत आएंगे। हिन्दू पंचांग में इस महीने को बहुत विशेष मन जाता है, आइये जानते हैं शिव आरधना के बारे में।
INDIA: आज से सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण माह की शुरुआत हर वर्ष श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से होती है और समापन श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि को होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव को सबसे प्रिय होता है। सावन के पूरे महीने में शिव भक्त भगवान शिव की पूजा-आराधना करके उन्हें प्रसन्न करते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को मात्र एक लोटा जल, दूध और बेलपत्र अर्पित करके वह खुश हो जाते हैं।
सावन माह में आने वाले हर एक सोमवार और शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। सावन माह में कांवड़ यात्राएं निकाली जाती हैं। सावन माह में सभी शिव मंदिरों में भारी भीड़ एकत्रित होती है और विशेषकर सभी 12 ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। सावन माह के प्रारंभ होने के मौके पर आइए जानते हैं इस बार क्या-क्या खास रहेगा।
इस बार सावन के पांच सोमवार
1. सावन का पहला सोमवार - 22 जुलाई 2024
2. सावन का दूसरा सोमवार - 29 जुलाई 2024
3. सावन का तीसरा सोमवार - 05 अगस्त 2024
4. सावन का चौथा सोमवार - 12 अगस्त 2024
5. सावन का पांचवां सोमवार - 19 अगस्त 2024
सावन का महीना हैं इस बार कुछ खास
बता दें इस बार सावन का पवित्र महीना बहुत ही स्पेशल होगा। क्योकि 72 वर्षों बाद सावन के इस महीने में दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस बार सावन माह की शुरुआत सोमवार के दिन आरंभ हो रहा है और इसका समापन भी सोमवार के दिन होगा। इस तरह से पूरे श्रावण माह में कुल 5 सावन सोमवार आएंगे। इसके अलावा पूरे सावन माह के दौरान सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि और रवि योग का संयोग रहेगा। वहीं ग्रहों की स्थिति की बात करें तो सावन माह में इस बार कुबेर योग, गजकेसरी योग, शुक्रादित्य योग, शश राजयोग और लक्ष्मी नारायण योग का संयोग बन रहा हैं।
सावन महीने का क्या हैं महत्व?
* सावन का महीना भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय होता है।
* सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष प्रकार पूजा-अर्चना की जाती है।
* सावन में पड़ने वाले सोमवार को महिला और पुरुष व्रत रखते है।
* सावन के महीने में भोलेनाथ को बेलपत्र, दूध और जल चढ़ाना अत्यंत फलदायी होता है।
* सावन माह में भोलेनाथ के मंत्रों के जाप करना भी लाभदायक होता है।
* सावन में शिव भक्तों द्वारा कांवड़ यात्राएं निकाली जाती हैं।
* सावन माह में जलाभिषेक और रुद्राभिषेक का ज्यादा महत्व माना जाता हैं।
भोलेनाथ की प्रिय चीजें
गंगाजल:- शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करने पर घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
केसर:- शिवलिंग पर केसर से अभिषेक करने पर शिवकृपा की हमेशा कृपा बानी रहती है।
गन्ने का रस:- आर्थिक परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए भोलेनाथ का गन्ने के रस से अभिषेक करें।
इत्र:- मानसिक तनाव दूर करने के लिए इत्र से शिवलिंग का अभिषेक करें।
दूध:- दूध चढ़ाने से शिवजी प्रसन होकर संतान की प्राप्ति का आशीर्वाद देते है।
दही:- शिवलिंग पर दही चढ़ाने से कार्यों में बाधाएं उत्पन्न नहीं होती हैं।
घी:- अच्छी सेहत के लिए सावन के महीने में घी से शिवलिंग का अभिषेक करें।
चंदन:- सुख और शांति पाने के लिए शिवलिंग पर चंदन का लेप करें।
शहद:- समाज में मान-सम्मान के लिए शिवलिंग को शहद से स्नान कराए।
भांग:- कष्टों और बीमारियों से बचने के लिए भोलेनाथ को भांग अर्पित करें।